अहिल्याबाई होल्कर (Ahilyabai Holkar) का जीवन परिचय अहिल्याबाई होल्कर (Ahilyabai Holkar) का जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के चौड़ी नामक गाँव में मनकोजी शिंदे के घर सन् 1725 ई. में हुआ था. साधारण शिक्षित अहिल्याबाई 10 वर्ष की अल्पायु में ही…
कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर की जीवनी | Biography of Ravindra Nath Tagore in Hindi, आईये जानें कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर के बारे में | Information About Ravindra Nath Tagore in Hindi कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म 7 मई, 1861 के दिन सोमवार…
140+ प्रतियोगी अंग्रेजी के बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न
You must either/(a) be regular with your studies/(b) and study for longer period before the examination(c)./No error The new taxation rates/(a) announced by the government/(b) are bound to effect the export sector.(c)/ No error. These days, job opportunities are not…
हडप्पा सभ्यता- सिन्धु घाटी की सभ्यता
हडप्पा सभ्यता- सिन्धु घाटी की सभ्यता | Harappa/Hadappa Sabhyata in Hindi इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता इसलिए कहा जाता है क्योंकि सर्वप्रथम 1921 में पाकिस्तान के शाहीवाल जिले के हड्प्पा नामक स्थल से इस सभ्यता की जानकारी प्राप्त हुई। 1922…
Environment and Ecology Handwritten Notes in Hindi
Environment and Ecology Handwritten Notes in Hindi About the File Notes type- Handwritten Subject – Environment and Ecology Link Type – Google Drive Written by – Raj Holkar ये भी पढ़ें कृषि क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (हरित क्रांति) (…
माइकोप्लाज्मा क्या होता है ?| What is Mycoplasma in Hindi
Mycoplasma in Hindi |ये ऐसे जीवधारी होते है जिनमे कोशिका भित्ति नहीं पायी जाती है | माइकोप्लाज्मा सबसे सूक्ष्म सजीव होते हैं। सन् 1898 में फ्रांस के वैज्ञानिक ई नोकार्ड तथा ई रॉक्स ने प्लुरोनिमोनिया से पीड़ित पशु के पाश्र्व तरल…
प्राचीन इतिहास को जानने के स्त्रोत | सम्पूर्ण जानकारी
प्राचीन इतिहास को जानने के स्त्रोत पर सबसे विस्तारित जानकारी | अभ्यास प्रश्न | Quick Revision Facts | सबसे आसान भाषा में लिखे गए नोट्स
Economics Handwritten Notes in Hindi | Download PDF
Economics Handwritten Notes in Hindi | Download PDF यह भी देखें – हिंदी स्टेनोग्राफी फ्री ई-बुक | Stenography in Hindi ebook PDF [PDF]वृत्त – 24 महत्वपूर्ण नियम | Circle Questions in Hindi PDF प्राचीन इतिहास – 101 तथ्यों में –…
द्वितीय विश्व युद्ध कब और कैसे शुरू हुआ ?
द्वितीय विश्व युद्ध कब और कैसे शुरू हुआ इसकी प्रमुख घटनाओं का वर्णन द्वितीय विश्वयुद्ध का प्रारंभ:- द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 ईस्वी को प्रारंभ हुआ था। इस युद्ध के लिए अनेक कारण उत्तरदाई है। वर्साय की संधि नाजीवाद का…
जलवायु का मानव जीवन पर प्रभाव
पर्यावरण के सभी अंगों में जलवायु मानव जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। क्योकि मानव की वेशभूषा खान-पान रहन-सहन जन-स्वास्थ्य सभी पर जलवायु का गहरा प्रभाव पड़ता है। भारत में कृषि राष्ट्र के अर्थतंत्र की धुरी है जो जलवायु…
Algebra Handwritten Notes in Hindi PDF Download
Algebra Handwritten Notes in Hindi PDF Download About this file Subject – Math (Algebra) Language – Hindi Format – Handwritten File Type – PDF File Size – 10.7 MB Pages- 94 ये भी देखिये Geometry के 198, बार बार पूछे…
पौधों में स्वयं मानव द्वारा कृत्रिम विधि से किए गए कायिक प्रवर्धन को कृत्रिम कायिक प्रवर्धन कहते हैं। इससे मातृ पौधों के शरीर से विशेष विधियों द्वारा एक अंश अलग कर दिया जाता है। और फिर से स्वतंत्र रूप से भूमि में उगाया…
प्राचीन इतिहास | Handwritten Notes Hindi PDF Download
प्राचीन इतिहास के ये Handwritten Notes जो कि हिंदी में हैं सभी प्रतियोगिताओं के लिए बेहद उपयोगी हैं और ख़ास तौर पर एसएससी की परीक्षाओं के लिए, मात्र 45 पेज में इसमें बोद्ध धर्म से लेकर गुप्तोतर काल तक को…
कुटीर उद्योग धंधे का अर्थ एवं भारतीय अर्थव्यवस्था में कुटीर उद्योगों का महत्व:- कुटीर उद्योग धन्धे का अर्थ:- कुटीर उद्योग धन्धों से अर्थ उन कुटीर उद्योगों से है जो पूर्णतया परिवार के सदस्यों की सहायता से आंशिक अथवा पूर्णकालिक व्यवसाय…
तांबे के उपयोग | भारत में उपलब्धता और आपूर्ति
तांबे का क्या उपयोग है? यह भारत में कहां कहां पाया जाता है? भारत में ताँबे की मांग की पूर्ति कहाँ से की जाती हैं? तांबे का उपयोग:- भारत में तांबे का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। लोहे…
प्राचीन भारतीय सिक्कों का संक्षिप्त इतिहास
पुरातात्विक स्रोतों के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि 7वीं शताब्दी ई० पू० के लगभग पश्चिमी एशिया के अन्तर्गत यूनानी नगरों में सर्वप्रथम सिक्के प्रचलन में आये। वैदिक ग्रंथों में आये ‘निष्क‘ और ‘शतमान‘ का प्रयोग वैदिक काल में…