Press ESC to close

Or check our Popular Categories...

physics

37   Articles
37
3 Min Read
5004

Latent Heat in Hindi किसी पदार्थ को दी गई ऊष्मा की वह मात्रा, जो पदार्थ के ताप को स्थिर रखते हुए उसकी अवस्था में परिवर्तन लाती है। उसे गुप्त ऊष्मा कहते हैं।   उदाहरण के लिए, किसी बर्फ के टुकड़े…

Continue Reading
1 Min Read
1827

केशिकत्व (Capillarity) हमारा YouTube Channel Subscribe कीजिये  यह केशनली की वह विशेषता है जिसके कारण द्रव का स्टार या तो ऊपर चढ़ता है या तो नीचे गिरता है| केशनली एक कम त्रिज्या वाली खोखली नली होती है, केश नली में…

Continue Reading
3 Min Read
1038

क्या होता है पृष्ठ तनाव | What is Surface Tension in Hindi हमारा YouTube Channel Subscribe कीजिये  यह तरल का वह गुण है जिसके कारण तरल अपने पृष्ठ क्षेत्रफल को कम करना चाहता है द्रव में पृष्ठ तनाव द्रव के…

Continue Reading
4 Min Read
812

क्रायोजेनिक्स (निम्नतापिकी, तुषारजनिकी या प्राशीतनी)भौतिकी की वह शाखा है, जिसमें अत्यधिक निम्न ताप उत्पन्न करने व उसके प्रयोगों का अध्ययन किया जाता है, क्रायोजेनिक यूनानी शब्द क्रायोस से बना है जिसका अर्थ होता है शीत यानी बर्फ की तरह शीतल। इस शाखा में (-150°से., −238°फै. या 123 कै.) तापमान पर काम…

Continue Reading
1 Min Read
290

अति तरलता (Superfluidity) पदार्थ की वह अवस्था है जिसमें पदार्थ ऐसा व्यवहार करता है जैसे वह शून्य श्यानता का द्रव हो। मूलतः यह गुण द्रव हिलियम में पाया गया था किन्तु अति-तरलता का गुण खगोलभौतिकी, उच्च ऊर्जा भौतिकी, तथा क्वाण्टम…

Continue Reading
2 Min Read
2225

श्यानता (Viscosity) आम तौर पर यह देखा जाता है कि सभी वस्तुएँ, चाहे वे गैस, द्रव अथवा ठोस हों, यदि उनका विरूपण (deformation) होता है, अथवा उनके पिंड (body) के विभिन्न हिस्सों में सापेक्ष गति (relative motion) कराई जाती है,…

Continue Reading
1 Min Read
5782

पाउली का अपवर्जन का नियम (Pauli exclusion principle) क्वाण्टम यांत्रिकी का एक सिद्धान्त है जिसे सन् 1925 में वुल्फगांग पाउली ने प्रतिपादित किया था। (अपवर्जन का अर्थ होता है – छोड़ना, अलग नियम लागू होना, आदि।) इस सिद्धान्त के अनुसार- “कोई…

Continue Reading
5 Min Read
1445

माक्षिक या पाइराइट (Pyrite) एक खनिज है जो लौह और गंधक का यौगिक (Fe S2) है। इसे ‘मूर्खों का सोना’ (fool’s gold) भी कहते हैं। इसमें लौह की मात्रा 46.6 प्रतिशत रहती है। लौह खनिज होते हुए भी पाइराइट का उपयोग…

Continue Reading
2 Min Read
742

जब कोई पदार्थ एक भौतिक अवस्था (जैसे ठोस) से दूसरी भौतिक अवस्था (जैसे द्रव) में परिवर्तित होता है तो एक नियत ताप पर उसे कुछ उष्मा प्रदान करनी पड़ती है या वह एक नियत ताप पर उष्मा प्रदान करता है।…

Continue Reading
5 Min Read
6596

ऊष्मा का स्थानांतरण तीन विधियों से होता है चालन, संवहन और विकिरण। पहली दो विधियों में द्रव्यात्मक माध्यम की आवश्यकता है, किंतु विकिरण की विधि में विद्युच्चुंबकीय तरंगों द्वारा ऊष्मा का अंतरण होता है। ऊष्मा की एक उपशाखा अणुगति सिद्धांत…

Continue Reading
4 Min Read
685

फैराडे का विद्युतचुम्बकीय प्रेरण का नियम फैराडे का विद्युतचुम्बकीय प्रेरण का नियम या अधिक प्रचलित नाम फैराडे का प्रेरण का नियम, विद्युतचुम्बकत्व का एक मौलिक नियम है। ट्रान्सफार्मरों, विद्युत जनित्रों आदि की कार्यप्रणाली इसी सिद्धान्त पराधारित है। इस नियम के…

Continue Reading
11 Min Read
652

मूलतः खनिज शब्द का अर्थ है- खनि + ज। अर्थात् खान से उत्पन्न (संस्कृत: खनि= खान)। इसका अंग्रेज़ी शब्द मिनरल (mineral) भी माइन(mine) से संबंध रखता है। खनिज ऐसे भौतिक पदार्थ हैं जो खान से खोद कर निकाले जाते हैं। कुछ…

Continue Reading
3 Min Read
190

जिस प्रकार प्रकाश किसी चमकीली सतह से परावर्तित हो जाता है, उसी प्रकार ध्वनि भी पहाडीयों, भवनोंं आदि से टकराकर परावर्तित हो जाती है, किसी पहाडी या घने जंगल में या उंचे स्थान से बोले गये शब्द प्रतिध्वनि या गूंज…

Continue Reading
2 Min Read
605

यह एक सामान्य अनुभव है कि किसी वस्तु का ताप बढ़ाने के लिये उसे उष्मा देनी पड़ती है। किन्तु अलग-अलग पदार्थों की समान मात्रा का ताप समान मात्रा से बढ़ाने के लिये अलग-अलग मात्रा में उष्मा की जरूरत होती है।…

Continue Reading
5 Min Read
984

प्रत्येक पदार्थ तीन अवस्थायों में पाया जाता है : (i) ठोस (ii) द्रव (iii) गैस | पदार्थ की विभिन्न अवस्थायों में अणुओं कीगति भिन्न भिन्न प्रकार की होती है, अंतरा-अणुक दूरी भिन्न-भिन्न होती है तथा अंतरा-अणुक बल भी भिन्न-भिन्न होता है…

Continue Reading