जानिए नए संसद भवन के कालीन के बारे में कुछ ख़ास बातें जिन्हें जानकर आप भी चौक जायेंगे

भदोही में बनें इस कालीन ने संसद  की खूबसूरती को और बढ़ा दिया है |

इस कालीन को बनाने में लगभग 2 साल से 900 कारीगर दिन रात मेहनत कर रहे थे | 

इस कालीन की बुनाई 10लाख घंटों तक की गई है |

संसद के इस नए कालीन को बनाने की जिम्मेदारी सौ साल से भी ज्यादा पुरानी कम्पनी ओबीटी कारपेट को दी गई थी |

संसद भवन में लोक सभा को भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर तैयार किया गया है इस कारण इस कारपेट की बुनाई भी मोर की थीम पर है |जो इसे और भी खूबसूरत बनाती है |

राज्यसभा को राष्ट्रीय फूल कमल की थीम पर बनाया गया है इसलिए इसका कालीन कमल के फूल की थीम पर है जो इसकी खूबसूरती को और बढ़ा रहा है 

संसद के लिए 150 से भी जयादा कालीनों का निर्माण किया गया है इन कालीनो की अर्द्धगोलाकार सिलाई की गई है जो कि बहुत कठिन कार्य था |

इन कालीनों को बनाने के लिए प्रति वर्ग इंच पर 120 गांठें है इस हिसाब से कुल 60 करोड़ से ज्यादा गाठें बुनी है |