आज "अम्बानी" शब्द अपने आप में सफलता का पर्याय बना हुआ है, पर क्या आपको पता है धीरू भाई ने आखिर कैसे इतने सफल हुए?

धीरूभाई अम्बानी 16 साल के थे जब वे यमन चले गए थे क्लर्क की नौकरी करने के लिए !

पर उन्हें वो नौकरी रास नहीं आ रही थी, उन्हें पता था उन्हें कुछ और करना है 

वो भारत आये और उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर व्यवसाय शुरू किया 

हालांकि उन पर स्टॉक मार्केट से सम्बंधित कुछ आरोप भी लगे, पर वे डटे रहे, उन्होंने हार नहीं मानी 

और उसके बाद धीरूभाई वो अम्बानी बने जिन्हें हम आज जानते हैं