वैश्विक भुखमरी सूचकांक (Global Hunger Index)
- ‘वैश्विक भुखमरी सूचकांक’, भुखमरी की समीक्षा करने वाली वार्षिक रिपोर्ट है, जो वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक रूप से भुखमरी की स्थिति का मापन करती है।
- ‘वैश्विक भुखमरी सूचकांक’ को आयरलैंड स्थित एक एजेंसी ‘कंसर्न वर्ल्डवाइड’ और जर्मनी के एक संगठन ‘वेल्ट हंगर हिल्फे’ द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया जाता है।
- GHI स्कोर, चार घटक संकेतकों के आधार पर निकाला जाता है
- अल्पपोषण (पोषण की कमी)
- चाइल्ड वेस्टिंग (लंबाई के हिसाब से बच्चों का कम वजन)
- चाइल्ड स्टंटिंग (उम्र के हिसाब से बच्चों की कम लंबाई )
- बाल मृत्यु दर (पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्युदर)
- इन चार संकेतकों के मूल्यों के आधार पर 0 से 100 तक के पैमाने पर भुखमरी को निर्धारित किया जाता है जहाँ 0 सबसे अच्छा संभव स्कोर (भूख नहीं) है और 100 सबसे खराब है।
- प्रत्येक देश के GHI स्कोर को निम्न से अत्यंत खतरनाक स्थिति के रूप वर्गीकृत किया जाता है।
GHI गंभीरता स्केल (GHI Severity Scale)
- कम (Low) –≤ 9.9
- मध्यम (Moderate)-10.0–19.9
- गंभीर (Serious)-20.0–34.9
- खतरनाक(Alarming)-35.0-49.9
- बेहद चिंताजनक(Extremely Alarming)-≥ 50.0
GHI- 2021 में भारत का प्रदर्शन
- वैश्विक भुखमरी सूचकांक -2021 ने भारत को 116 देशों में से 101वां स्थान दिया है। 2020 में भारत 107 देशों में 94वें स्थान पर था। वर्ष 2019 में भारत 117 देशों में से 102वें स्थान पर रहा था, जबकि वर्ष 2018 में भारत 103वें स्थान पर था।
- वैश्विक भुखमरी सूचकांक -2021 में नेपाल (76), बांग्लादेश (76), म्यांमार (71) और पाकिस्तान (92) की स्थिति भारत से बेहतर रही है।
- वैश्विक भुखमरी सूचकांक -2021 में चीन, ब्राजील और कुवैत समेत 18 देश टाप रैंक पर रहे हैं।