‘मिलन’ भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।
यह एक द्विवार्षिक अभ्यास है और इसमें भाग लेने वाले देशों के बीच सेमिनार, खेल, सामाजिक कार्यक्रम और पेशेवर अभ्यास शामिल हैं।
यह अभ्यास वर्ष 1995 में शुरू किया गया था।
भारतीय नौसेना के साथ सिंगापुर, इंडोनेशिया, थाईलैंड और श्रीलंका की नौसेनाओं ने इस अभ्यास के उद्घाटन संस्करण में भाग लिया था।
मिलन के सभी संस्करण अंडमान और निकोबार कमान के तहत अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आयोजित किए गए थे।
नौसेना ने 2020 में घोषणा की कि मिलान का अगला संस्करण पूर्वी नौसेना कमान के तहत विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा।
यह अभ्यास पनडुब्बी रोधी युद्ध और अन्य क्षेत्रों जैसे विभिन्न विषयों के तहत आयोजित किया जाता है।
इस अभ्यास के लिए सहयोग के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, समुद्री डोमेन जागरूकता, तकनीकी सहायता, हाइड्रोग्राफी और परिचालन अभ्यास शामिल हैं।
मित्रवत नौसेनाओं के साथ पेशेवर जुड़ाव के माध्यम से, इस अभ्यास का उद्देश्य परिचालन क्षमताओं को बेहतर बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रक्रियाओं को स्थापित करना और समुद्री वातावरण में सीखने को सक्षम बनाना है।
मिलन अभ्यास 2022 (Milan Exercise 2022)
वर्ष 2022 का मिलन अभ्यास, इस अभ्यास का सबसे बड़ा संस्करण होगा जिसमें 46 देशों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
इस वर्ष का मिलान अभ्यास विशाखापत्तनम में फरवरी 2022 में आयोजित किया जाएगा। इसमें QUAD देश भी भाग लेंगे।
मिलन 22 नौ दिनों की अवधि में दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बंदरगाह चरण 25 फरवरी से 28 फरवरी तक और समुद्री चरण 1 से 4 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष के अभ्यास की थीम ‘Camaraderie – Cohesion – Collaboration’ है जिसके माध्यम से भारत को एक जिम्मेदार समुद्री शक्ति के रूप में दुनिया के सामने पेश किया जाएगा।