नेशनल हेराल्ड केस

  • नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की शुरुआत इंदिरा गांधी के पिता और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में की थी।
  • नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ( Associated Journals Limited-AJI) नाम की कंपनी करती थी।
  • AJL कंपनी की स्थापना 1937 में की गई थी।
  • AJL कंपनी में जवाहर लाल नेहरू के अलावा 5000 स्वतंत्रता सेनानी शेयरहोल्डर्स थे।
  • ये कंपनी दो और दैनिक समाचार पत्रों उर्दू में कौमी आवाज और हिन्दी में नवजीवन का प्रकाशन करती थी।
  • यह कंपनी किसी एक व्यक्ति के नाम पर नहीं थी।

आरोप 

  • सोनिया गांधी और राहुल गांधी के द्वारा 26 फरवरी, 2011 को 5 लाख रुपए की लागत से यंग इंडिया कंपनी बनाई गई। 
  • इस कंपनी में सोनिया और राहुल की 38-38% की हिस्सेदारी है तथा 24% की हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी। 
  • इस कंपनी का उद्देश्य बिजनेस करना नहीं बल्कि एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था।
  •  यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) की 90 करोड़ का लोन चुकाने की जिम्मेदारी ले ली।    
  • AJL के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर ‘यंग इंडियन’ को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था।
  • 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए। 
  • बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया। इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी ‘यंग इंडिया’ को मुफ्त में (AJL) का स्वामित्व मिल गया। 

अरोपी व्यक्ति

  • नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा और भी कई कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए थे। 
  • इनमें मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज के अलावा सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी है।

NOTE-मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं। 

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