राष्ट्रपति चुनाव -2022

  • राष्ट्रपति चुनाव -2022 में द्रौपदी मुर्मू तथा यशवंत सिन्हा में भाग लिया।
  • इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को 540 वोट ,यशवंत सिन्हा को 208 वोट मिले तथा 15 अमान्य वोट रहे।
  • चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को 64% वोट मिले और उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया।
  • वह भारत के 15वें राष्ट्रपति के कार्यालय के चुनाव के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार हैं।
  • द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं।
  • द्रौपदी मुर्मू पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति तथा  दुसरी महिला राष्ट्रपति बनी हैं।
  • 12वी राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल पहली महिला राष्ट्रपति थी जो 2007-12 में राष्ट्रपति पद पर रही थी ।

राष्ट्रपति के संबंध में संवैधानिक अनुच्छेद

अनुच्छेद 52

  • भारत का एक राष्ट्रपति होगा ।इसमे राष्ट्रपति पद का प्रावधान किया गया है।

अनुच्छेद 54

  • राष्ट्रपति का चयन एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है। उसमे संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य एवं राज्यों की विधान सभाओं एवं साथ ही राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली क्षेत्र तथा संघ शासित क्षेत्र, पुदुचेरी के निर्वाचित सदस्य सम्मिलित होते हैं।

अनुच्छेद 55

  • भारत के संविधान के अनुच्छेद 55 (3) के अनुसार, राष्ट्रपतीय निर्वाचन एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुरूप किया जाएगा और ऐसे निर्वाचन में गोपनीय मतपत्रों द्वारा मतदान किया जाएगा।

अनुच्छेद 56

  • राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण करने की तिथि से 5 (पाँच) वर्ष की अवधि के लिए पद धारण करता है। तथापि, अपनी पदावधि के अवसान के पश्चात् भी वह अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसका उत्तराधिकारी उसका पद ग्रहण नहीं कर लेता ।

द्रौपदी मुर्मू

  • द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं।
  • उनका जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था।
  • वे आदिवासी समाज से सम्बंधित हैं।
  • उन्हें 1997 में रायरंगपुर नगरपंचायत का कौंसिलर चुना गया था।
  • उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।
  • ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन (स्वतंत्र प्रभार) और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
  • उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • वह झारखंड की 2015 से 2019 तक पहली महिला राज्यपाल थीं।
  • वह भारतीय राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने वाली ओडिशा की पहली महिला आदिवासी नेता थीं।

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