प्रसिद्ध ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) की खोज करने वाले चिकित्सक, डॉ. दिलीप महलानाबिस का हाल ही में 87 वर्ष की आयु में फेफड़ों के संक्रमण और अन्य आयु संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया।

ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS)

ORS, पानी, ग्लूकोज और नमक का एक संयोजन है

यह निर्जलीकरण की समस्या से निपटने का एक सरल और किफायती तरीका है।

दस्त से होने वाले निर्जलीकरण को रोकने और उसका इलाज करने के लिये यह चिकित्सा का एक विकल्प है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डायरिया संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए ORS को मानक तरीके के रूप में अपनाया। 

डॉ. दिलीप महलानाबिस

डॉ दिलीप महालनाबिस का जन्म 12 नवंबर 1934 को पश्चिम बंगाल में हुआ था। 

वह 1960 के दशक में कोलकाता में जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल सेंटर फॉर मेडिकल रिसर्च एंड ट्रेनिंग में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी में शोध किया।

ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन(ORS) – पानी, ग्लूकोज और नमक का संयोजन है।

डॉ. महालनोबिस ने ORS की खोज वर्ष 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शरणार्थी शिविरों में काम करने के दौरान किया।

डॉ. महालनाबिस ने पाया कि चीनी और नमक का घोल शरीर की जल अवशोषण क्षमता को बढ़ा सकता है, जिससे निर्जलीकरण को रोका जा सकता है।

वर्ष 1975 से 1979 तक डॉ महालनोबिस ने अफगानिस्तान, मिस्र और यमन में WHO के लिये हैजा नियंत्रण में काम किया।

वर्ष 1980 के दशक के मध्य और वर्ष 1990 के दशक की शुरुआत में वह WHO के डायरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम में चिकित्सा अधिकारी थे।

वर्ष 1994 में उन्हें रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज़ का एक विदेशी सदस्य चुना गया।

वर्ष 2002 में डॉ. महालनोबिस को ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी की खोज और कार्यान्वयन में उनके योगदान के लिये बाल चिकित्सा अनुसंधान में प्रथम पोलिन पुरस्कार(बाल रोग में नोबेल के बराबर) से सम्मानित किया गया था।

वर्ष 2006 में ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी के विकास और अनुप्रयोग में उनकी भूमिका के लिये उन्हें प्रिंस महिदोल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

ORS लागत प्रभावी है और रोगी के अस्पताल में भर्ती होने तक निर्जलीकरण को रोकने के लिए अप्रशिक्षित लोगों द्वारा भी प्रशासित किया जा सकता है। 

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