Press ESC to close

Or check our Popular Categories...

biology

23   Articles
23
6 Min Read
201

मेटाजीनोमिक्स एक उन्नत जीवन विज्ञान शाखा है जो जीवों के जीवन प्रक्रियाओं की अध्ययन करती है, यह विज्ञान विज्ञानीय अनुसंधान के दौरान बिना किसी संदेशिका या जीविक ढंग से जीवों के अंशों, जैसे कि प्रोटीन, एनजीम, और जीवाणु, के जीवन…

Continue Reading
2 Min Read
6630

Biology Handwritten Notes in Hindi PDF , दोस्तों ये Biology Handwrittenविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहद उपयोगी हैं, चाहे कोई भी Competitive Exam हो, हमेशा ही Biology से प्रश्न पूछे जाते हैं, और ख़ास तौर पर UPSC, UPPSC, SSC, Railway आदि…

Continue Reading
111 Min Read
3807

UPSC, UPPSC, SSC में विज्ञान से पूछे गये प्रश्न | भाग 1 हमारा YouTube Channel Subscribe कीजिये  किसी इलेक्ट्रॉनिक घड़ी में लोलक घड़ी के समतुल्य पुर्जा होता है ट्रांजिस्टर क्रिस्टलीय दोलित्र डायोड संतुलन चक्र उत्तर – क्रिस्टलीय दोलित्र तारे का…

Continue Reading
5 Min Read
582

Mycoplasma in Hindi |ये ऐसे जीवधारी होते है जिनमे कोशिका भित्ति नहीं पायी जाती है | माइकोप्लाज्मा सबसे सूक्ष्म सजीव होते हैं। सन् 1898 में फ्रांस के वैज्ञानिक ई नोकार्ड तथा ई रॉक्स ने प्लुरोनिमोनिया से पीड़ित पशु के पाश्र्व तरल…

Continue Reading
6 Min Read
4060

पौधों में स्वयं मानव द्वारा कृत्रिम विधि से किए गए कायिक प्रवर्धन को कृत्रिम कायिक प्रवर्धन कहते हैं। इससे मातृ पौधों के शरीर से विशेष विधियों द्वारा एक अंश अलग कर दिया जाता है। और फिर से स्वतंत्र रूप से भूमि में उगाया…

Continue Reading
14 Min Read
193

नैन सिंह रावत कौन थे? (Who was Nain Singh Rawat in Hindi) उत्तराखण्ड के एक सीमांत गांव के शिक्षक थे जिन्होंने न सिर्फ़ 19वीं सदी में पैदल तिब्बत को नापा बल्कि वहां का नक्शा तैयार किया| ये वो दौर था…

Continue Reading
2 Min Read
380

पर्यावरण अनुकूलन के आधार पर पौधों का वर्गीकरण क्र. पौधों के प्रकार पर्यावरण अनुकूलन 1. जलोदभिद जल में उगने वाले पौधे 2. समोदभिद सामान्य मृदा में उगने वाले पौधे 3. मरूदभिद मरुस्थलीय क्षेत्रों में उगने वाले पौधे 4. हैलोफाइटस अधिक…

Continue Reading
4 Min Read
608

जीवाणु जनित पशु रोग (Bacterial animal disease) क्र.स. रोग प्रभावित पशु रोग कारक रोग के लक्षण बचाव और चिकित्सा 1 तितली ज्वर एवं गिल्टी रोग गौ-पशु, भेड़, बकरी, घोड़े, खच्चर, सूअर एवं कुत्ता बैसिलस एंथ्रेसिस अतितीव्र-प्रायः भेड़ में अचानक मृत्यु,…

Continue Reading
1 Min Read
129

सूक्ष्म तत्वों की संवेदनशीलता (Sensitivity to subtle elements) सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के प्रति संवेदनशील पौधे निम्नलिखित है – सूक्ष्म तत्व प्रभावसूचक (संवेदनशील पौधे) 1 लोहा नींबू, केला, आडु, फूलगोभी, धान, जौ एवं ज्वार | 2 बोरॉन सेब, नाशपाती,…

Continue Reading
1 Min Read
3064

इस PDF eBook में Biology के विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गये तथ्यों को संजोया गया है,  जहाँ भी आवश्यकता है याद करने के लिए Tricks भी बतायी गयी हैं, Biology का Revision करने के लिए ये eBook बेहद ही लाभकारी…

Continue Reading
4 Min Read
653

जंतु ऊतक (Animal Tissue) शरीर की संरचनात्मक इकाई कोशिका है समान कोशिकाएं मिलकर ऊतक बनाती हैं | कई ऊतक मिलकर अंग जैसे; मस्तिष्क, हृदय, यकृत, नेत्र आदि कई अंग मिलकर अंग तंत्र बनाते हैं, जो विशेष कार्य करते हैं जैसे…

Continue Reading
1 Min Read
4205

संयोजी ऊतक (Connective Tissues) संयोजी ऊतक विभिन्न अंगों और ऊतकों को संबंध्द करता है | इस ऊतक में कोशिकाओं की संख्या कम होती है तथा अंतर कोशिकीय पदार्थ अधिक होता है | यह अंतर कोशिकीय पदार्थ तंतुवत ठोस जैली की…

Continue Reading
2 Min Read
1226

वास्तविक संयोजी ऊतक (Real connective tissue) फाइब्रोब्लास्ट घाव भरने में सहायक होता है | मैक्रोफेज ग्लीयल कोशिका (मस्तिष्क), कुफ्फर कोशिका (यकृत), मोनोसाइट (रुधिर) यह कोशिकाएं फैगोसाइट्रिक तथा अपमार्जक होती है | मास्ट कोशिकाएं एलर्जी क्रिया में भूमिका, शरीर की रक्षा…

Continue Reading
2 Min Read
731

कंकालीय संयोजी उत्तक (Skeleton Connective Tissue) उपास्थि यह ठोस, अर्ध्द कठोर तथा लचीला संयोजी उत्तक है | लैरिंक्स, ट्रेकिया, बोंकाई आदि में मिलते हैं उपास्थि की रचना तीन घटकों द्वारा होती है | पेरीकॉन्ड्रियम मैट्रिक्स कॉन्ड्रियोसाइट्स शार्क मछली का पूरा…

Continue Reading
1 Min Read
420

विभिन्न समूह वाले माता-पिता से उत्पन्न होने वाले बच्चों के संभावित रुधिर समूह (Potential blood group of children arising from different groups of parents) माता पिता के रुधिर समूह बच्चों में संभावित रुधिर समूह बच्चों में संभावित रुधिर समूह A…

Continue Reading
2 Min Read
426

हार्मोन के अल्प स्त्रावण के कारण होने वाले रोग  रोग हार्मोन ग्रंथि प्रमुख प्रभाव बौनापन STH एड्रिनोहाइपोफाइसिस बाल्यावस्था में वृद्धि का निरोधन | सायमंड रोग STH एड्रिनोहाइपोफाइसिस वयस्क अवस्था में व्यक्ति समय से पूर्व बूढ़ा दिखाई देता है | अवटुमनता…

Continue Reading