जी हाँ नासा के वैज्ञानिकों द्वारा ये दावा किया जा रहा है कि इस डैम की वजह से पृथ्वी के घूमने की गति पर प्रभाव पड़ सकता है | चलिये आपको बताते हैं इस डैम के बारे में

- 3 गॉर्ज डैम (बांध),चीन के हुबेई प्रांत में यांग्त्ज़ी नदी पर स्थित है। यह कुल क्षमता से दुनिया का सबसे बड़ा जलविद्युत स्टेशन है, जो पूरा होने पर 22500 मेगावॉट होगा।
- समुद्र तल से 175 मीटर (574 फीट) (नदी के ऊपर 91 मीटर (292 फीट) से अधिक है, तो बांध द्वारा बनाए गए जलाशय लगभग 660 किलोमीटर (410 मील) लंबाई और 1.12 किलोमीटर (0.70 मील) ) औसत पर चौड़ाई में।
- जलाशय का कुल सतह क्षेत्र 1045 वर्ग किलोमीटर है। जलाशय में लगभग 39.3 किमी (9.43 घन मील) पानी होगा। वह पानी 39 ट्रिलियन किलोग्राम (42 बिलियन टन) से अधिक वजन करेगा।
- चीन में बना यह बाँध इतना बड़ा है की वह अरबो लीटर जल एक जगह संग्रह कर सकता है जिसका वजन खरबो टन हो सकता है ।
- पृथ्वी के इतने बड़े हिस्से को एक जगह संग्रह करने से उसकी प्राकृतिक द्रव्यमान वितरण में विकृति आ जाती है जिसके वजह से पृथ्वी के घूमने की रफ़्तार पर असर पड़ सकता है ।
चलिये इसे समझते हैं
- हमारी पृथ्वी एक बहुत बड़ी गेंद की भांति है जिसके पूरे आयतन में उसका द्रव्यमान भरा हुआ है. इस प्रश्न का जवाब जानने के लिए हमें घूर्णन का एक सिद्धांत समझना होगा जिसे अंग्रेजी में “Moment of inertia” कहा जाता है ।
- इस सिद्धांत का उपयोग करके हम यह समझ सकते है की कैसे द्रव्यमान का वितरण किसी पिंड के घूर्णन को प्रभावित करती है ।
- समुद्र तल से 175 मीटर ऊपर 39 ट्रिलियन किलोग्राम पानी बढ़ाना पृथ्वी के जुड़त्वाघुर्ण (मोमेंट ऑफ इनर्सिया) को बढ़ा देगा और इस प्रकार इसकी घूर्णन धीमा कर देगा। हालांकि, प्रभाव बहुत छोटा होगा।
- नासा के वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि द्रव्यमान की तरह शिफ्ट केवल 0.06 माइक्रोसैकेण्ड द्वारा दिन की लंबाई बढ़ाएगी और पृथ्वी को केवल मध्य में थोड़ा और अधिक गोल कर देगा। यह ध्रुव की स्थिति को लगभग दो सेंटीमीटर (0.8 इंच) तक बदल देगा।
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