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History

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मोतीलाल नेहरू मोतीलाल नेहरू एक प्रख्यात वकील, कुशल राजनीतिज्ञ एवं स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने देशबन्धु चितरंजन दास के साथ मिलकर वर्ष 1922 में स्वराज पार्टी की स्थापना की इनके नेतृत्व में ही ‘नेहरू कमेटी रिपोर्ट (वर्ष-1928)’ के नाम से प्रसिद्ध…

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कांग्रेस का बनारस अधिवेशन (Benaras Convention of Congress) 1905 ई० बनारस अधिवेशन में प्रिंस ऑफ वेल्स के 1906 ई० में संभावित भारत आगमन से संबंधित एक प्रस्ताव को उग्रवादियों के विरोध के बावजूद उदारवादियों ने पारित करा लिया। तिलक द्वारा…

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काल कोठरी नामक घटना पश्चिम बंगाल की एक घटना है, जो स्वतंत्रता पूर्व काल की है। ब्लैक होल दुर्घटना युद्ध की आम प्रणाली के अनुसार फोर्ट विलियम के 146 बंदियों को 20 जून, 1756 की रात 18 फुट लंबे एवं 14 फुट 10…

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क्या था द्वैत शासन ? द्वैत शासन का अर्थ है बिना उत्तरदायित्व वाला अधिकार होता था और बिना अधिकार वाला उत्तरदायित्व यानि जिसके पास अधिकार है उसकी कोई जबाबदेही नही है जिसके पास अधिकार नहीं है उसके पास उत्तरदायित्व है…

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उद्देश्य इस घोषणा पत्र को भारत में अंग्रेज़ी शिक्षा का मैग्ना कार्टा भी कहा जाता है। उनके इस आदेश पत्र के अनुसार लोक शिक्षा विभाग की स्थापना 1855 ईसवी में की गई। प्रस्ताव में पाश्चात्य शिक्षा के प्रसार को सरकार ने अपना…

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(Cornwallis Code) 1793 ई० में लॉर्ड कार्नवालिस ने अपने न्यायिक सुधारों को इस नाम से प्रस्तुत किया। यह संहिता शक्तियों के पृथक्करण (Separation of Powers) के प्रसिद्ध सिद्धांत पर आधारित है। उस समय तक जिले में कलक्टरों के पास भू-राजस्व,…

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Calcutta Convention of Congress – 1906 ई० कुछ सबसे महत्वपूर्ण तथ्य जो हर बार परीक्षाओं में पूछे जाते हैं – कांग्रेस का कलकत्ता अधिवेशन 1906 ई. में कलकत्ता में सम्पन्न हुआ। उग्रवादी बाल गंगाधर तिलक को अध्यक्ष बनाना चाहते थे…

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‘दयानंद सरस्वती’ द्वारा 1882 ई० में ‘गोरक्षिणी सभाओं’ का गठन किया गया। तब से 1893 ई० तक पश्चिम भारत में अनेक दंगे हुए। कांग्रेस के कई सदस्य इन गोरक्षिणी सभाओं के सदस्य थे जिनको अनुशासित करने में कांग्रेस विफल रही…

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संस्था/संगठन/आंदोलन  –  वर्ष   –  संस्थापक/प्रवर्तक रॉयल एशियाटिक सोसायटी  – 1784 ई. –  विलियम जोंस आत्मीय सभा – 1814 ई०  – राजा राम मोहन राय वेदांत कॉलेज  – 1825 – राजा राम मोहन राय यंग बंगाल आंदोलन  – 1826 ई० –…

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बिहार के हुसेपुर नामक स्थान पर जमींदार फतेह शाही ने भू-राजस्व वसूली के विरोध में 1767-95 ई० की अवधि में विद्रोह किया। 1782 ई० में दिर्जिनारायण के नेतृत्व में बंगाल के रंगपुर एवं दीनाजपुर में किसानों ने जमींदारों ‘द्वारा कर…

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1764ई०-हैक्टर मुनरो की एक बटालियन बक्सर के युद्ध में विद्रोह कर मीर कासिम से जा मिली। – 1806 ई०-सैनिकों ने अपने सामाजिक-धार्मिक रीति-निवाज में हस्तक्षेप के विरोध में वेलौर में विद्रोह किया। 1824ई०-47वीं पदाति टुकड़ी ने पर्याप्त भत्ते के बिना…

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1700 ई० में फ्रांसीसी यात्री बर्नियर ने भारत की उन्नत आर्थिक दशा का वर्णन करते हुए हुए बंगाल को मिस्र से भी अधिक धनी बताया। भारत की पुरानी स्वाबलंबी (Self-sufficient) अर्थव्यवस्था के संबंध में विचार रखते हुए कार्ल मार्क्स ने…

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Important Governor/Governor Generals & Viceroys Of India रॉबर्ट क्लाइव (1757-60 ई० तथा 1765-67 ई०) क्लाइव ने बंगाल में वैद्य शासन (dual Govt.) की स्थापना की। वह 1767 ई० के प्लासी के युद्ध में अंग्रजों का नायक बनकर उभरा। उसने बंगाल…

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सिंध का विलय ब्रिटिश गवर्नर जेनरल लॉर्ड ऑकलैंड ने रूस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अफगानिस्तान पर आक्रमण करने की आवश्यकता अनुभव की। ऑकलैंड अफगानिस्तान में अपनी सेनाएँ भेजने के लिए सिंध से एक मार्ग चाहता था।  अंग्रेजों,…

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सुगौली संधि, ईस्ट इंडिया कंपनी और नेपाल के राजा के बीच हुई एक संधि है, जिसे 1814-16 के दौरान हुये ब्रिटिश-नेपाली युद्ध के बाद अस्तित्व में लाया गया था। इस संधि पर 2 दिसम्बर 1815 को हस्ताक्ष्रर किये गये और…

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1768 ई० में गोरखा राज्य के रूप में नेपाल उभरा।, लॉर्ड हेस्टिंग्स के कार्यकाल में 1814 ई० में अंग्रेजों एवं गोरखों में संघर्ष हुआ।कालंग दुर्ग, जैतक दुर्ग, अल्मोड़ा, मालवा व कंबनपुर की लड़ाईयों में गोरखों की बुरी तरह पराजय हुई।…

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