इस तरह के सवाल UPSC तथा PSC के Pre Exams में देखने को मिल सकते हैं, इसमें आपको कई विकल्प दिये जा सकते हैं, जिनमें से गलत या सही विकल्प चुनने को कहा जाता है | यहाँ जैसे सवाल बन…
History
भारत में 19वीं शताब्दी के जनजातीय विद्रोह के क्या कारण थे ?
भारत के विभिन्न भागों के बहुत बड़े क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों ने 19वीं सदी में कई लड़ाइयाँ लड़ीं | वे आपस में संगठित हुए और उन्होने अत्यंत जुझारू संघंर्ष किया और असीम शौर्य व बलिदान का परिचय दिया, पुलिस…
जैन दर्शन की मान्यता है कि समस्त विश्व जीव तथा अजीव नामक दो नित्य एवं स्वतंत्र तत्वों से मिलकर बना है | जीव चेतन है जबकि अजीव जड़ है, यहाँ जीव का अर्थ सार्वभौमिक आत्मा न होकर व्यक्तिगत आत्मा से…
वैदिक सभ्यता में धर्म और ऋत से क्या तात्पर्य था ?
ऋग्वेद जिसका समय 1500 ई. पू. माना जाता है , धर्म शब्द विधि के अर्थ में प्रयुक्त हुआ है , इसका सम्बन्ध नैतिकता से है ! धर्म व्यक्ति के दायित्वों एवं स्वयं तथा दूसरों के प्रति व्यक्तिगत कर्तव्यों की संकल्पना…
वैदिक संस्कृति के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी
वैदिक संस्कृति वैदिक संस्कृति को दो भागों में विभाजित कर सकते है ऋग्वैदिक काल (1500-1000BC) उत्तर वैदिककाल (1000-600BC) ऋग्वैदिक काल ऋग्वैदिक काल में कबीलाई समाज था। ऋग्वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति काफी अच्छी थी। उन्हें पुरूषों के समान शिक्षा…
ऑपरेशन ब्लू स्टार आपरेशन ब्लू स्टार भारतीय सेना द्वारा 3 से 6 जून 1984 को अमृतसर ,पंजाब स्थित हरिमंदिर साहिब परिसर को जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराने के लिए चलाया गया अभियान था। पंजाब में भिंडरावाले के…
महात्मा गांधी का उदय एवं क्या थे उनके आरंभिक प्रयोग
चम्पारण सत्याग्रह (1917 ई०) गांधी जी ने सत्याग्रह का पहला प्रयोग बिहार के चंपारण में किया। चंपारण में यूरोपीय बागान मालिक किसानों से जबरन नील की खेती करवाते थे तथा उसका 3/20वाँ हिस्सा अधिशेष के रूप में वसूलते थे। चंपारण…
भारत में क्रांतिकारी गतिविधियां | एक सवाल सदैव पूछा जाता है !
बंगाल की अनुशीलन समिति पहली क्रांतिकारी संस्था थी। इसकी स्थापना बारीन्द्र कुमार घोष ने 1907 ई० में की थी ! भवानी मंदिर नामक पुस्तक में क्रांतिकारी संस्थाओं की स्थापना से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है। क्रांतिकारियों ने वर्तमान रणनीति (पुस्तक),…
होमरूल लीग आंदोलन (1916 ई०) कब, क्यूँ और कैसे हुई स्थापना ?
जून, 1914 में तिलक की स्वदेश वापसी के बाद राष्ट्रवादी तत्व पुनः सक्रिय हो उठे। 28 अप्रैल 1916 को बाल गंगाधर तिलक ने पूना में इंडियन होमरूल लीग की स्थापना की। तिलक द्वारा स्थापित होमरूल लीग में जोसेफ बैपटिस्टा (अध्यक्ष),…
लखनऊ समझौता (Lucknow Pact) 1916 ई० क्या था और क्यों हुआ था ?
1914 ई० में मांडले जेल से रिहा होने के पश्चात बाल गंगाधर तिलक कांग्रेस के दोनों गुटों तथा कांग्रेस-मुस्लिम लीग समझौता कराने के प्रयास में जुट गये। कांग्रेस के दोनों घड़े पुनः एक हो गये तथा कांग्रेस एवं मुस्लिम लीग…
हिंदू महासभा की स्थापना
अखिल भारत हिन्दू महासभा भारत का एक राजनीतिक दल है। जिसकी स्थापना 9 अप्रैल, 1915 ई० को हुई। इसकी स्थापना पंडित मदन मोहन मालवीय ने हरिद्वार (प्रयाग) के कुंभ मेले में की। इस संस्था में बी०एस०मुंजे एवं लाला लाजपतराय जैसे…
दिल्ली दरबार (Delhi Darbar)-1911 ई०
1911 ई० में एक भव्य दरबार का आयोजन ‘दिल्ली’ में इंगलैंड के सम्राट जॉर्ज-V एवं महारानी मेरी के स्वागत के लिए आयोजित किया गया। इस दरबार का आयोजन तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिज ने करवाया। इस दरबार में बंगाल-विभाजन का निर्णय…
मॉर्ले-मिन्टो सुधार (Marley-Minto reforms)-1909 ई०
तत्कालीन वायसराय ‘लॉर्ड मिंटो’ तथा इंडिया सचिव ‘मार्ले’ ने उदारवादियों को पुचकारने एवं हिंदू मुस्लिम संबंधों में कटुता उत्पन्न करने के उद्देश्य से इंडिया काउंसिल एक्ट-1909 पारित कराया। इस एक्ट के द्वारा प्रांतीय विधान मंडलों के आकार एवं शक्ति में…
जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड से संबंधित संपूर्ण जानकारी
रौलेट एक्ट भारत में राज कर रही ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में उभर रहे राष्ट्रीय आंदोलन को ख़त्म करने के उद्देश्य से वर्ष 1919 में कई कानून लागू किये गए थे इन्हीं कानूनों में से एक था, फरवरी 1919 में…
क्या है काकोरी ट्रेन एक्शन प्लान?
काकोरी ट्रेन एक्शन उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत के स्वाधीनता संग्राम के इतिहास के एक अहम् अध्याय ‘काकोरी कांड’ का नाम बदलकर ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ कर दिया है क्योंकि ‘कांड’ शब्द भारत के स्वतंत्रता संग्राम के तहत इस घटना के अपमान की भावना को दर्शाता…
सूरत अधिवेशन तथा फूट (Surat Split) 1907 ई०
सन 1907 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन सूरत में हुआ था जिसकी अध्यक्षता रास बिहारी घोष ने की थी। स्वराज शब्द को परिभाषित करने के सवाल पर उग्रवादियों एवं उदारवादियों में तीव्र मतभेद हो गये। उदारवादी इसका अर्थ औपनिवेशिक…