राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस

  • 02 नवंबर, 2021 को देश भर में छठा ‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’ मनाया गया।
  • भारत में प्रत्येक वर्ष धन्वंतरी जयंती (धनतेरस) के अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है।
  • राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की शुरुआत वर्ष 2016 में आयुष मंत्रालय द्वारा की गई थी।
  • इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करना और समाज में चिकित्सा के आयुर्वेदिक सिद्धांतों को बढ़ावा देना है।
  • आयुर्वेद प्राचीन भारतीय प्राकृतिक और समग्र वैद्य-शास्त्र चिकित्सा पद्धति है।
  • संस्कृत भाषा में आयुर्वेद का अर्थ है ‘जीवन का विज्ञान’ (संस्कृत में मूल शब्द आयुर का अर्थ होता है ‘दीर्घ आयु’ या आयु और वेद का अर्थ ‘विज्ञान’ से है।
  • आयुर्वेद पूर्णरूप से प्राकृतिक सिद्धांतों पर आधारित विश्‍व का प्राचीनतम चिकित्‍सा विज्ञान है।
  • आयुर्वेद के प्राचीनतम ग्रंथों में चरक संहिता, सुश्रुत संहिता एवं अष्‍टांग हृदयम प्रमुख हैं।
  • आयुर्वेद प्रमुख रूप से त्रिदोष- वात, पित्त और कफ पर आधारित है।
  • तीनों दोष जब शरीर में में सम अवस्‍था में रहते हैं तब मनुष्‍य स्‍वस्‍थ रहता है तथा दोषों की विषम अवस्‍था होने पर रोग उत्पन्न होते हैं। 

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