बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया शो में भारत के ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस (Garuda Aerospace) ने सौर आधारित ड्रोन ‘सूरज’ को लांच किया| यह ड्रोन हाई एल्टीट्यूड वाला आईएसआर ड्रोन है जिसे विशेष रूप से निगरानी कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है| 

इस हाई टेक ड्रोन को डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष और रक्षामंत्री के वर्तमान प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ सतीश रेड्डी ने लांच किया| इसकी मदद से बॉर्डर एरिया की निगरानी में काफी मदद मिलेगी|

गरुड़ एयरोस्पेस भारत का एक मानव-केंद्रित ड्रोन स्टार्टअप है, इसकी स्थापना वर्ष 2015 में की गयी थी|

गरुड़ एयरोस्पेस ने 22 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है जो ड्रोन क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी फंडिंग मानी जा रही है. गरुड़ एयरोस्पेस, 84 शहरों में 400 ड्रोन और 500 से अधिक पायलटों से लैस है| 

गरुड़ एयरोस्पेस के पास देश भर के 26 विभिन्न शहरों में 400 ड्रोन का बेड़ा और 500 से अधिक पायलटों की एक टीम है। 

ड्रोन ‘सूरज’ की खूबियां क्या है?

1. इस ड्रोन में एक सहायक बैटरी भी लगी हुई है जो अतिरिक्त प्रणोदन या आवश्यकतानुसार कम गति प्रदान करता है.

2. यह हाई टेक ड्रोन हाई-रिज़ॉल्यूशन ज़ूम कैमरों और ड्रोन थर्मल इमेजरी का पेलोड ले जानें में सक्षम है,यह 10 किलो की अधिकतम के साथ उड़ान भर सकता है|

3. यह सौर आधारित ड्रोन, 12 घंटे तक उड़ान भर सकता है साथ ही यह 3000 फीट की ऊंचाई तक उड़ भर सकता है|

4. यह एक हाई एल्टीट्यूड वाला आईएसआर ड्रोन है जो विशेष निगरानी क्षमता के साथ वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है|

5. यह ड्रोन में ISR क्षमता है साथ ही यह उन्नत रीयल-टाइम प्रोसेसिंग के लिए AI, ML और बायोनिक चिप से भी लैस है| साथ ही यह रियल टाइम फोटो और वीडियो कैप्चर करने में भी सक्षम है|

6. कंपनी के मुताबिक अगस्त 2023 तक ‘सूरज’ ड्रोन उड़ान भरने में सक्षम होगा. जो विभिन्न निगरानी कार्यों में उपयोगी होगा|

7. इस ड्रोन के J-आकार के पंख सौर-संचालित सेल से लैस हैं जो इसके प्राथमिक ईंधन स्रोत के रूप में काम करते हैं|

उपयोग

गरुड़ एयरोस्पेस ने बताया कि इस ड्रोन को विशेष रूप से सेना के उपयोग के लिए तैयार किए गया है| इसकी मदद से विशेष रूप से बॉर्डर एरिया में निगरानी की जा सकती है|

यह विशेष रूप से इंडियन आर्मी, एयरफोर्स, नेवी के साथ ही BSF, CISF, के लिए मददगार साबित होगी|

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