यहाँ का लिखित इतिहास 33 ई. में पखंगबा के राज्याभिषेक से प्रारम्भ होता है।
मणिपुर की स्वतन्त्रता तथा सम्प्रभुता 19 वीं सदी के आरम्भ तक बनी रही। बाद में वर्ष 1819-25 तक बर्मी लोगों ने यहीं शासन किया।
वर्ष 1891 में मणिपुर ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन था।
26 जनवरी, 1950 को यह भारतीय संघ में भाग ‘सी’ के राज्य के रूप में शामिल हुआ।
विभिन्न महत्वपूर्ण तथ्य
मणिपुर भारत की पूर्वी सीमा पर स्थित है यह पूर्व में म्यांमार, उत्तर में नागालैण्ड, पश्चिम में असोम और मिजोरम तथा दक्षिण में म्यांमार और मिजोरम से घिरा है । राज्य के 9/10 भाग में पहाड़ियाँ हैं ।
वन -राज्य में 17219 वर्ग किमी वन क्षेत्र है । ये राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 77.12% है।मणिपुर के शिराय ग्राम (उखरुल जिले) मे शिराय लिली नामक फूल मिलते हैं जो और कहीं नहीं पाए जाते हैं।
जूको घाटी में जूको लिली पाए जाते हैं। यहाँ के केबुल लामझाओ (तैरता पार्क) में संगाई हिरण तथा फुमड़ी नामक वनस्पति पाई जाती है।
उद्योग -यहाँ का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कुटीर उद्योग तथा हथकरघा उद्योग है। खाद्य प्रसंस्करण यहाँ का एक अन्य प्रमुख उद्योग है, जिसके लिए सरकार ने इम्फाल में खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण केन्द्र और खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण हॉल स्थापित किया है।
मणिपुर प्रथम राज्य है जिसमें ओक तथा टसर रेशम उद्योग का प्रारम्भ किया।
हवाई अड्डा इम्फाल हवाई अड्डा पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है।
लोकनृत्य -खम्बा ओइबी नृत्य (वनीय देवता को समर्पित नृत्य है ।), पंग चोलोम (भक्ति समारोह में शास्त्रीय नृत्य है।), मैंबी नृत्य (यह लाई हरोबा त्यौहार के दिन किया जाता है।), नुपापाला (झाँझ नृत्य के रूप में जाना जाता है।)
पर्यटन केंद्र -कांगला, श्री श्री गोविन्द जी मन्दिर,ख्वैरमबन्द बाजार (इमाकिथैल) युध्द स्मारक, शहीद मीनार, नूपीलेन (स्त्रियों का युद्ध) स्मारक परिसर, र्खोगैमपट्ट उद्यान आजाद हिन्द सेना स्मारक, लोकटक झील लामओ, राष्ट्रीय उद्यान इत्यादि।