संयोजी ऊतक (Connective Tissues)

  • संयोजी ऊतक विभिन्न अंगों और ऊतकों को संबंध्द करता है | इस ऊतक में कोशिकाओं की संख्या कम होती है तथा अंतर कोशिकीय पदार्थ अधिक होता है |
  • यह अंतर कोशिकीय पदार्थ तंतुवत ठोस जैली की तरह, तरल सघन या कठोर अवस्था में रह सकता है इस ऊतक का निर्माण भ्रूणीय मीसोडर्म में होता है |
  • शरीर का लगभग 30% भाग का निर्माण संयोजी ऊतक से ही होता है यह शरीर के विभिन्न कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों के बीच रहता है तथा इसे परस्पर बांधने से जोड़ने का कार्य करता है |

संयोजी ऊतक के प्रकार (Types of connective Tissues)


  • मैट्रिक्स तथा जंतुओं की रचना के आधार पर संयोजी ऊतकों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है |
  1. वास्तविक संयोजी ऊतक
  • अंतराली ऊतक
  • वसा ऊतक
  • श्वेत तंतुमय संयोजी ऊतक

  • पीत लोचदार संयोजी ऊतक
  • जालिकामय संयोजी ऊतक
  • शलेष्मी संयोजी ऊतक

  2. कंकालीय संयोजी ऊतक

  • अस्थि
  • उपास्थि

  3. तरल संयोजी ऊतक

  • रुधिर
  • लसीका



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