1 | अति सूक्ष्म
परिमाण | अणिमा |
2 | अधः (नीचे) लिखा
हुआ | अधोलिखित |
3 | अध्ययन किया हुआ | अधीत |
4 | अनुभव प्राप्त | अनुभवी |
5 | अनुमान किया हुआ | अनुमानित |
6 | अनुवाद करनेवाला | अनुवादक |
7 | अनुवाद किया हुआ | अनूदित |
8 | अनेक राष्ट्रों में आपस
में होनेवाली बात | अन्तर्राष्ट्रीय |
9 | अपनी ही हत्या
करनेवाला | आत्मघाती |
10 | अर्थ या धन से
संबंधित | आर्थिक |
11 | अवश्य होने वाला | अवश्यम्भावी |
12 | असम्बद्ध विषय का | अविवक्षित |
13 | आगे होने वाला | भावी |
14 | आचार्य की पत्नी | आचार्यानी |
15 | आज के दिन से पूर्व का
काल | अनद्यतनभूत |
16 | आठ पदवाला | अष्टपदी |
17 | आत्मा या अपने आप पर
विश्वास | आत्मविश्वास |
18 | आदि से अन्त तक | आद्योपान्त |
19 | आलस्य में अँभाई लेते
हुए देह टूटना | अंगड़ाई |
20 | आलोचना करनेवाला | आलोचक |
21 | आलोचना के योग्य | आलोच्य |
22 | आशा से कहीं
बढ़कर | आशातीत |
23 | इतना कि जो पर्याप्त हो | इत्यलम् |
24 | इन्द्र की पुरी | अमरावती |
25 | इन्द्र को जीतने वाला | इन्द्रजीत |
26 | इन्द्रपुरी की
वेश्या | अमरांगना |
27 | इस लोक से संबंध रखने
वाला | इबलौकिक |
28 | उतरती युवावस्था
का | अधेर |
29 | उत्कंठा सहित मन का
वेग | आवेग |
30 | उत्तर दिशा | उदीची |
31 | उपनिवेश संबंधी | औपनिवेशिक |
32 | उपनिषद् संबंधी | औपनिषदिक |
33 | उपन्यास संबंधी | औपन्यासिक |
34 | ऊँचे स्वार से उच्चारण
किया हुआ | ऊर्ध्वोच्चारित |
35 | ऊपर कहा गया | उपर्युक्त |
36 | ऊपर की ओर जाने वाला | ऊर्ध्वगामी |
37 | एक एक अक्षर तक | अक्षरशः |
38 | एक व्यक्ति द्वारा चलाई
जाने वाली शासन प्रणाली | तानाशाही |
39 | ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य
या चन्द्र का पूरा विश्व ढक जाए | खग्रास |
40 | ऐसे स्थान पर निवास
जहाँ कोई पता न पा सके | अज्ञातवास |
41 | कम अक्लवाला | अल्पबुद्धि |
42 | कमल के समान चरण | चरणकमल |
43 | कर्मचारी आदि को हटाने
की क्रिय़ा | छँटनी |
44 | किसी कहे हुए पघ के
अन्तिम अक्षर से प्रारम्भ होने वाला | अंत्याक्षऱी |
45 | किसी के दुःख से दुखी
होकर उसपर दया करना | अनुकम्पा |
46 | किसी छोटे से प्रसन्न
हो उसका उपकार करना | अनुग्रह |
47 | किसी वस्तु का चौथा भाग | चतुर्थांश |
48 | किसी वस्तु के क्रय | एकाधिकार |
49 | किसी विशेष वस्तु की
हार्दिक इच्छा | अभिलापा |
50 | किसी श्रेष्ठ का मान या
स्वागत | अभिनन्दन |
51 | कुबेर की नगरी | अलकापुरी |
52 | केवल फल खाकर रहने वाला | फलाहारी |
53 | क्रम के अनुसार | यथाक्रम |
54 | खाने योग्य पदार्थ | खाघ |
55 | गणित का विद्वान | गणितज्ञ |
56 | गर्भस्थ शिशु की हत्या | भ्रूणहत्या |
57 | गर्वपूर्ण व्यवहार करना | इठलाना |
58 | गायों के रहने का स्थान | गोशाला या गोष्ठ |
59 | घर के सबसे ऊपर के खंड
की कोठरी | अटारी |
60 | घर के सामने का
मंच | आलिन्द |
61 | चन्द्र है चूड़ा पर
जिसके | चतुष्पद |
62 | चीन से आने वाला रेशमी
कपड़ा | चीनांशुक |
63 | छोटा कथात्मक प्रबन्ध
काव्य जिसमें महाकाव्य के समस्त लक्षण न हों | खण्डकाव्य |
64 | जन्म से सौ वर्ष का समय | जन्मशती |
65 | जबरन नरक में धकेलना या
बेगार | आजू |
66 | जल में रहने वाले जन्तु | जलचर |
67 | जल से परिपूर्ण | अनूप |
68 | जहाँ किसी बात का डर न
हो | निरापद |
69 | जहाँ कोई दूसरा न हो | एकान्त |
70 | जहाँ तक संभव हो | यथासंभव |
71 | जहाँ तक सध सके | यथासाध्य |
72 | जहाँ पहुँचा न जा
सके | अगम्य |
73 | जानने या ज्ञान प्राप्त
करने की इच्छा | जिज्ञासा |
74 | जिस पर विश्वास न
हो | अविश्वसनीय |
75 | जिस पुस्तक में आठ
अध्याय हो | अष्टाध्यायी |
76 | जिस भूमि में कुछ
उत्पन्न न हो | ऊसर |
77 | जिस वस्तु की आकांक्षा
हो | ईप्सित |
78 | जिस स्त्री को उसके पति
ने छोड़ दिया हो | परित्यक्ता |
79 | जिसका अन्त न हो। | अनन्त |
80 | जिसका अपराध सिद्ध
हो | अपराधी |
81 | जिसका आदि न हो | अनादि |
82 | जिसका उल्लंघन करना
उचित न हो | अनुल्लंघनीय |
83 | जिसका जन्म न हो | अज/अजन्मा |
84 | जिसका जन्म पहले हुआ
हो | अग्रज |
85 | जिसका जन्म बाद/पीछे
हुआ हो | अनुज |
86 | जिसका ज्ञान इन्द्रियों
के द्वारा न हो | अतिन्द्रिय |
87 | जिसका नाथ (सहारा) न
हो | अनाथ/यतीम |
88 | जिसका पार न हो | अपार |
89 | जिसका मूल्य न
हो। | अमूल्य |
90 | जिसका रोकना या निवारण
करना कठिन हो | दुर्निवार्य |
91 | जिसका वर्णन न हो सके | अवर्णनीय़ |
92 | जिसका वित्त स्थिर हो | एकाग्रचित्त |
93 | जिसका शत्रु पैदा नहीं
लिया | अजातशत्रु |
94 | जिसका संबंध किसी एक
स्थान से हो | एकदेशीय |
95 | जिसका होना या करना
कठिन हो | दुष्कर |
96 | जिसकी आकृति का कोई और
न मिले | अप्रतिरूप |
97 | जिसकी आशा न की गई
हो | अप्रत्याशित |
98 | जिसकी इन्द्रियाँ वश
में हो | जितेन्द्रिय |
99 | जिसकी उपमा न हो | अनुपम |
100 | जिसकी घोषणा की गयी हो | घोषित |
101 | जिसकी चिकित्सा न हो
सके | अचिकित्स्य |
102 | जिसकी तुलना न हो | अतुलनीय |
103 | जिसकी संख्या सीमित न
हो | असंख्य |
104 | जिसके आने की तिथि
ज्ञात न हो | अतिथि |
105 | जिसके एक ही आँख हो | एकाक्ष |
106 | जिसके जल का प्रवाह
गुप्त हो | अन्तस्सलिल |
107 | जिसके पार न देखा जा
सके | अपारदर्शी |
108 | जिसके पास कुछ भी नहीं
हो | अकिंचन |
109 | जिसके बिना काम न चल
सकें | अनिवार्य |
110 | जिसके मन मे पाप न हो | निष्पाप |
111 | जिसके विषय में विवाद न
हो | निर्विवाद |
112 | जिसके समान अन्य न
हो | अनन्य |
113 | जिसके समान दूसरा न
हो | अद्वितीय |
114 | जिसको जीतना कठिन हो | दुर्जेय |
115 | जिसने अभी विवाह न किया
हो | कुँआरा |
116 | जिसने बहुत कुछ देखा हो | बहुदर्शी |
117 | जिसने मृत्यु पर विजय
पायी हो | मृत्युंजय |
118 | जिसने यश प्राप्त किया
है | यशस्वी |
119 | जिसपर मुकदमा हो। | अभियुक्त |
120 | जिसमें गती अधिक हो वह
नाटक | गीतिरूपक |
121 | जिसे ईश्वर या वेद में
विश्वास न हो | नास्तिक |
122 | जिसे ईश्वर या वेद में
विश्वास हो | आस्तिक |
123 | जिसे काटा न जा
सके | अकाट्य |
124 | जिसे जीता न जा
सके | अजेय |
125 | जिसे देख या सुनकर घृणा
उत्पन्न हो | धृणित |
126 | जिसे भय न हो | निर्भय/अभय |
127 | जिसे मापा न जा
सके | अपरिमेय |
128 | जिसे सबसे पहले गिनना
उचित हो | अग्रगण्य |
129 | जिसे समाज अथवा देश
जाति से निकाल दिया गया हो | बहिष्कृत |
130 | जीने की इच्छा | जिजीविषा |
131 | जे कम जानता हो | मन्दबुद्धि |
132 | जैसा पहले था | यथापू्र्व |
133 | जो अपनी इच्छा पर
निर्भर हो | ऐच्छिक |
134 | जो अपने काम से जी
चुराता हो | कामचोर |
135 | जो अर्थशास्त्र का
विद्वान् हो | अर्थशास्त्री |
136 | जो अल्प बोलनेवाला
है | अल्पभाषी |
137 | जो आकाश में चलता हो | खेचर |
138 | जो आदर करने योग्य हो | आदरणयीय |
139 | जो आयुर्वेद से संबंध
रखे | आयुर्वेदिक |
140 | जो इन्द्रियों की पहुँच
बाहर हो या इन्द्रियों से परे हो | इन्द्रियातीत |
141 | जो उचित समय पर न
हो | असामयिक |
142 | जो ऊँचा न हो | अतुंग |
143 | जो ऋण ले | अधमर्ण |
144 | जो कठिनाता से जाना
जाये | दुर्ज्ञेय |
145 | जो कभी मरे नहीं | अमर |
146 | जो कम जानता हो | अल्पज्ञ |
147 | जो कर्तव्य से च्युक्त
हो गया हो | कर्त्तव्यच्युत |
148 | जो कल्पना से परे हो | कल्पनातीत |
149 | जो कार्य किसी दूसरे
प्रधान कार्य के समय थोड़े प्रयास से ही हो जाए | आनुषंगिक |
150 | जो किए जाने योग्य हो | करणीय |
151 | जो केवल कहने सुनने के
लिए हो | औपचारिक |
152 | जो कोई वस्तु माँगता है | याचक |
153 | जो क्षमा न किया जा
सके | अक्षम्य |
154 | जो क्षय न हो सके | अक्षय |
155 | जो छिपाने के योग्य हो | गोपनीय |
156 | जो जन्म से ही अंधा है | जन्मांध |
157 | जो जाँच या परीक्षा
बहुत कठिन हो | अग्नि परीक्षा |
158 | जो जातियों के बीच में
हो | अन्तर्जातीय |
159 | जो दिखाई न दे | अदृश्य |
160 | जो दिन में एक बार भोजन
करता हैं | एकभुत्त |
161 | जो दूर की न
देखे/सोचे | अदूरदर्शी |
162 | जो दूसरों का बुरा
करे | अपकारी |
163 | जो दूसरों की उन्नति
देख कर जलता हैं | ईर्ष्यालु |
164 | जो देखा न गया हो | परोक्ष |
165 | जो न जानता हो | अज्ञ |
166 | जो न मरे | अमर्त्य या अमर |
167 | जो नई चीज निकाले या
खोज करे | आविष्कार |
168 | जो नहीं हो सकता | असंभव |
169 | जो पढ़ा लिखा न
हो | अनपढ़ |
170 | जो परीक्षा में पास न
हो | अनुत्तीर्ण |
171 | जो परीक्षा में पास
हो | उत्तीर्ण |
172 | जो पहाड़ को धारण करता
हो | गिरिधर |
173 | जो पासे के खेल में
धूर्त हो | अक्षधूर्त |
174 | जो पुरुष अभिनय
करे | अभिनेता |
175 | जो प्रमाण से सिद्ध न
हो | अप्रमेय |
176 | जो फूल अभी नहीं खिला
है | जूस |
177 | जो बुद्धि द्वारा जाना
जा सके | बोघगम्य |
178 | जो बूढ़ा (पुराना) न
हो | अजर |
179 | जो भारत में रहता हो | भारतवासी |
180 | जो भेदा या तोड़ा न जा
सके | अभेद्य |
181 | जो मनुष्य के लिए उचित
न हो | अमानुषिक |
182 | जो मृत्यु के समीप हो | मरणासत्र |
183 | जो युद्ध में स्थिर
रहता हैं | युधिष्ठिर |
184 | जो लौकिक या सांसारिक
प्रतीत न हो। | अलौकिक |
185 | जो व्याकरण द्वारा
सिद्ध न हो | अपभ्रंश |
186 | जो शंका करने योग्य न
हो | निःशंक |
187 | जो शीघ्र न पचे | गरिष्ठ |
188 | जो सँवारा या साफ न
किया गया हो | अपरिमार्जित |
189 | जो साध्य न हो | असाध्य |
190 | जो सोचा भी न गया
हो | अतर्कित |
191 | जो स्त्री अभिनय
करे | अभिनेत्री |
192 | जो स्त्री सूर्य भी न
देख सके | असूर्यम्पश्या |
193 | जो स्पष्ट दिखायी ने दे | घूमिल |
194 | जो होने से पूर्व किसी
बात का अनुमान करे | अनागतविधाता |
195 | झूठा मुकदमा | अभ्याख्यान |
196 | टूटे फुटे पदार्थ के
बचे टुकड़े | भग्नावशेष |
197 | ठहाका लगाकर
हँसना | अट्टहास |
198 | तट का जो भाग जल के
भीतर हो | अन्तरीप |
199 | तत्व को जानने वाला | तत्वज्ञ |
200 | तरने तैर या पार होने
की इच्छा रखने वाला | तितीर्षु |
201 | तरने तौर या पार होने
की इच्छा | तितीर्षा |
202 | तर्क के आधार पर जो ठीक
हो | तर्कसंगत |
203 | तुलना द्वारा
प्राप्त | आपेक्षिक |
204 | त्याग करने योग्य | त्याज्य |
205 | दक्षिण दिशा | अवाची |
206 | दर्पण जड़ी अंगूठी,
जिसे स्त्रियाँ अँगूठे में पहनती हैं | आरसी |
207 | दागकर छोड़ा गया
साँड़ | अंकिल |
208 | दीवार पर बने चित्र | भिन्तिचित्र |
209 | दूध पिलानेवाली
धाय | अन्ना |
210 | दूसरे के अन्दर की
गहराई ताड़नेवाला | अन्तर्दर्शी |
211 | दूसरे के गुणों में दोष
निकालना | असूया |
212 | दूसरे के मन की बात
जाननेवाला | अन्तर्यामी |
213 | दूसरों की उन्नति को न
देख सकने का भाव | ईर्ष्या |
214 | देवता अथवा भूतादि
द्वारा होने वाला दुख | आघिभौतिक |
215 | देह का दाहिना
भाग | अपसव्य |
216 | दो बार जन्म लेने वाला | द्विज |
217 | दो या तीन बार
कहना | आमेडित |
218 | दोपहर के बाद का
समय | अपराह्न |
219 | धर्म में आस्था रखने
वाला | धार्मिक |
220 | धारण करने वाला | धारक |
221 | धारण करने वाली | धारायित्री |
222 | धूप से बचने का
छाता | आतपत्र |
223 | ध्यान या विचार करने
वाला | ध्याता |
224 | न कहने योग्य वचन | अवाच्य |
225 | न खाने योग्य | अखाद्य |
226 | न टूटने वाला | अटूट |
227 | नकल करने योग्य | अनुकरणीय |
228 | नगर मे रहने वाला | नागरिक |
229 | नाटक में बड़ी
बहन | अत्तिका |
230 | निंदा न किया हुआ | अगर्हित |
231 | परपुरूष से प्रेम करने
वाली नायिका | परकीया |
232 | परलोक संबंधी | पारलौकिक |
233 | पर्वत के ऊपर की
समभूमि | अधित्यका |
234 | पश्चिम दिशा | प्रतीची |
235 | पहनने के योग्य | परोक्ष |
236 | पानी भरनेवाला | अम्बुवाह |
237 | पिता से प्राप्त की गई
संपत्ति | पैतृक |
238 | पीने योग्य | पेय |
239 | पीसे हुए चावल की
मिठाई | अँदरसा |
240 | पूरब और उत्तर के बीच
की दिश | ईशानकोण |
241 | पूरब दिशा | प्राची |
242 | पेट की अग्नि | जठराग्नि |
243 | प्रसूता को दिया
जानेवाला भोजन | अछवानी |
244 | प्रारम्भ से लेकर अन्त
तक | आघोपान्त |
245 | प्रेम उत्पन्न
करनेवाला | अनुरंजक |
246 | फल की आकांक्षा से
युक्त | फलासक्त |
247 | बंधक रखा हुआ | आधीकृत |
248 | बड़े दाम वाला | बहुमूल्य |
249 | बढ़ा चढ़ाकर कहना | अतिशयोक्ति |
250 | बनावटी वेश घारण करने
वाला | छद्न्वेषी |
251 | बरसात के चार महीने | चौमासा |
252 | बहुत अधिक जानकारी रखने
वाला | बहुज्ञ |
253 | बहुत समय तक जीने वाला | चिरंजीवी |
254 | बहुत सी भाषाएँ जानने
वाला | बहुभाषाविद |
255 | बहुत से देवताओ की
उपासना किये जाने का सिद्धान्त | बहुदेववाद |
256 | बहुत से लोगों की मिलकर
एक राय | बहुमत |
257 | बालक से लेकर वृद्ध
तक | आबालवृद्ध |
258 | बालक से वृद्ध तक | आबालवृद्ध |
259 | बाहर आया या निकला हुआ | बहिर्गत |
260 | बिना चिन्ता किया
हुआ | अचिन्तित |
261 | बिना पलक गिराये | अनिमेष |
262 | बिना प्रयास के | अनायास |
263 | बिना विचार किए विश्वास
करना | अंधविश्वास |
264 | बिना वेतन के | अवैतनिक |
265 | बेटी का पति | जामाता |
266 | भय से घबराया हुआ | भयाकुल |
267 | भारत और यूरोप से
संबंधित | भारोपीय |
268 | भारतवर्ष का उत्तरी
भाग | आर्यावर्त |
269 | भूगोल संबंधी | भौगोलिक |
270 | मंत्र द्वारा देवता को
बुलाना | आवाहन |
271 | मर्यादा का उल्लंघन
करके किया हुआ | अतिकृत |
272 | मानसिक भाव
छिपाना | अवहित्था |
273 | मृत्यु का इच्छुक | मूमुर्षु |
274 | मोहजनित प्रेम | आसक्ति |
275 | यज्ञ करने या कराने
वाला | याज्ञिक |
276 | युग का निर्माण करने
वाला | युग निर्माता |
277 | युद्ध करने या लड़ने की
इच्छा रखने वाला | युयुत्सु |
278 | युद्धि करने या लड़ने
की इच्छा | युयुत्सा |
279 | रथ पर चढ़ा हुआ
योद्धा | अधिरथ |
280 | राजनीतिज्ञों एवं
राजपूतों की कला | कूटनीति |
281 | रात को चलने फिरने वाला | निशाचर |
282 | रात्रि के चार बने का
समय | ब्रह्ममुहुर्त |
283 | रास्ता दिखाने वाला | पथप्रदर्शक |
284 | लोहे का काम
करनेवाला | लोहार |
285 | वर्तमान से पूर्व का | भूतपूर्व |
286 | वह जो भूतकाल की तिथि
से लागू हुआ हो | भूतपूर्व |
287 | वह मास जो चन्द्रमा की
गति के अनुसार गिना जाता हैं | चन्द्रमास |
288 | वह व्यक्ति जिसके एक के
ऊपर दूसरा दाँत हो | अधिकदन्ती |
289 | वह व्यक्ति जो दूर की
बातों को सोच लेता हैं | दूरदर्शी |
290 | वह हथियार जो फेंककर
चलाया जाय | अस्त्र |
291 | विपत्ति के समय विधान
करने का धर्म | आपद्धर्म |
292 | विवाहिता स्त्री से
उत्तपन्न पुत्र | औरस |
293 | वृक्षों को जल से थोड़ा
सींचना | आसेक |
294 | व्यर्थ प्रलाप
करना | अतिकथा |
295 | शक्ति के अनुसार | यथाशक्ति |
296 | शाप दिया हुआ | अभिशप्त |
297 | शाम का वह समय जब पशु
चरकर लौटते हैं | गोधूलि |
298 | शीघ्रता का अभाव | अत्वरा |
299 | शोभा हेतु फूल रेखे
जाने वाला पात्र | फूलदान |
300 | श्रद्धा से जल
पीना | आचमन |
301 | सबसे ऊँचा | उच्चतम |
302 | समुद्र की आग | बड़वानल |
303 | साधारण नियम के विरुद्ध
बात | अपवाद |
304 | सिर से लेकर पैर
तक | आपादमस्तक |
305 | सेना के आगे लड़नेवाला
योद्धा | अग्रयोधा |
306 | सेना के ठहरने का स्थान | छावनी या शिविर |
307 | स्वयं अपने को मार
डालना | आत्महत्या |
308 | स्वर्ग की नर्तकी | अप्सरा |
309 | हमेशा घूमते रहने वाला | यायाचर |
310 | हित न चाहनेवाला | अनहितू |
311 | होठों पर चढ़ी पान की
लाली | अधरज |
312 | जिसका दूसरा उपाय न
हो | अनन्योपाय |
313 | जिसका अनुभव किया गया
हो | अनुभूत |
314 | जो जन्म लेते ही मर
जाय | आदण्डपात |
315 | जो शोक करने योग्य न
हो | अशोच्य |
316 | महल के भीतर का
भाग | अन्तःपुर |
317 | अनिश्चित जीविका | आकाशवृत्ति |
318 | जिस पेड़ के पत्ते झड़
गए हों | अपर्ण |
319 | उच्च वर्ण के पुरुष के
साथ निम्न वर्ण की स्त्री का विवाह | अनुलोम विवाह |
320 | जिसका पति आया हुआ
है | आगत्पतिका |
321 | जिसका पति आनेवाला
है | आगमिष्यत्पतिका |
322 | बच्चे को पहले पहल अन्न
खिलाना | अन्नप्राशन |
323 | आम का बगीचा | अमराई |
324 | राजा का बगीचा | आक्रीड |
325 | अनुसंधान की
इच्छा | अनुसंधित्सा |
326 | किसी के शरीर की रक्षा
करनेवाला | अंगरक्षक |
327 | किसी को भय से बचाने का
वचन देना | अभयदान |
328 | चोट खाया हुआ | आहत |
329 | जिसे पान करने से अमर
हो जाय | अमृत |
330 | जिसका अनुभव किया जा
सके | अनुभवजन्य |
331 | जो अपमानित हो चुका
हो | अनादृत |
332 | अभिनय करने योग्य | अभिनेय |
333 | उपासना करने
योग्य | उपास्य |
334 | ऐसी भूमि जो उपजाऊ नहीं
हो | ऊसर |
335 | जो इन्द्रियों के बाहर
हो | इन्द्रियातीत |
336 | जो उड़ा जा रहा
हो | उड्डीयमान |
337 | नई योजना का सर्वप्रथम
काम में लाने का उत्सव | उद्घाटन |
338 | भूमि को भेदकर
निकलनेवाला | उद्भिद् |
339 | तिनकों से बना घर | उटज |
340 | जो छाती के बल
चले | उरग |
341 | ऊपर जानेवाला | ऊर्ध्वगामी |
342 | ऊपर गया हुआ | ऊर्ध्वगत |
343 | लाली मिल हुआ काले रंग
का | ऊदा |
344 | छाती का घाव | उरक्षत |
345 | अन्य देश का
पुरुष | उपही |
346 | आकाश से तारे का
टूटना | उपप्लव |
347 | गरमी से उत्पन्न | उष्मज |
348 | स्वप्न में बकझक
करना | उचावा |
349 | उभरा या लाँधा
हुआ | उत्क्रान्त |
350 | दो दिशाओं के बीच की
दिशा | उपदिशा |
351 | अँगुलियों में होनेवाला
फोड़ा | इकौता |
352 | त्वचा के ऊपर निकला हुआ
मस्सा | इल्ला |
353 | गर्भिणी स्त्री की
लालसा | उकौना |
354 | जो बहुत कुछ जानता
हो | बहुज्ञ |
355 | नीचे लिखा हुआ | निम्नलिखित |
356 | ऊपर कहा गया। | उपर्युक्त |
357 | बुरी बुद्धिवाला | कुबुद्धि |
358 | चारों ओर चक्कर
काटना | परिक्रमा |
359 | जिसका कोई आसरा न
हो | निराश्रित |
360 | जिसमें विष न हो | निर्विष |
361 | जिसका धव (पति) मर गया
हो | विधवा |
362 | जिसका पति जीवित
हो | सधवा |
363 | जो बरतन बेचने का काम
करे | कसेरा |
364 | जिसे कर्तव्य न सूझ रहा
हो | किंकर्त्तव्यविमूढ़ |
365 | जो तीनों कालों की बात
जानता हो | त्रिकालज्ञ |
366 | पन्द्रह दिनों का
समूह | पक्ष |
367 | पढ़नेवाला | पाठक |
368 | बाँचनेवाला | वाचक |
369 | सुननेवाला | श्रोता |
370 | बोलनेवाला | वक्ता |
371 | लिखनेवाला | लेखक |
372 | लेख की नकल | प्रतिलिपि |
373 | जो सब देशों का
हो | सार्वदेशिक |
374 | जो आँखों के सामने
हो | प्रत्यक्ष |
375 | जानने की इच्छा | जिज्ञासा |
376 | जानने को
इच्छुक/इच्छावाला | जिज्ञासु |
377 | जिसे प्यास लगी
हो | पिपासु/प्यासा |
378 | जो मीठा बोले | मधुरभाषी |
379 | जो देर तक स्मरण के
योग्य हो | चिरस्मरणीय |
380 | समाज से संबंध
रखनेवाला | सामाजिक |
381 | केवल फल खाकर
रहनेवाला | फलाहारी |
382 | शासन हेतु नियमों का
समूह | संविधान |
383 | दस वर्षों का
समूह | दशक |
384 | सौ वर्षों का
समूह | शताब्दी |
385 | जिसके होश ठिकाने न
हो | मदहोश |
386 | लेने की इच्छा | लिप्सा |
387 | जी बहुत बातें
बनाए | बातूनी |
388 | जो नाप तौलकर खर्च
करे | मितव्ययी |
389 | व्याकरण
जाननेवाला | वैयाकरण |
390 | जिसे तनिक भी लज्जा न
हो | निर्लज्ज |
391 | शिव का उपासक | शैव |
392 | विष्णु का उपासक | वैष्णव |
393 | शक्ति का उपासक | शाक्त |
394 | जो तत्त्व सदा
रहे | शाश्वत |
395 | जो जिन के मत को
माने | जैनी |
396 | जो बुद्ध के मत को
माने | बौद्ध |
397 | विनोबा के मत को
माननेवाला | सर्वोदयी |
398 | इतिहास से
संबंधित | ऐतिहासिक |
399 | जो कठिनाई से साधा
जाय | दुःसाध्य |
400 | जो सुगमता से साधा
जाय | सुसाध्य |
401 | जो आसानी से मिल
जाय | सुलभ |
402 | जो कठिनाई से
मिले | दुर्लभ |
403 | जिसका जवाब न हो | लाजवाब |
404 | जिसका इलाज न हो | लाइलाज |
405 | जो हर काम देर से
करे | दीर्घसूत्री |
406 | जो किसी काम की
जिम्मेदारी ले | जवाबदेह |
407 | हाथ की लिखी पुस्तक या
मसौदा | पांडुलिपि |
408 | पूर्वी देशों से संबंध
रखनेवाला | पूर्वीय |
409 | कम बोलनेवाला | मितभाषी |
410 | जो किसी की ओर से
बोले | प्रवक्ता |
411 | दो बातों या कामों में
से एक | वैकल्पिक |
412 | गिरने से कुछ ही बची
इमारत | ध्वंसावशेष |
413 | वीर पुत्रों को जन्म
देनेवाली | वीरप्रसूता |
414 | वीरों द्वारा भोगी
जानेवाली | वीरभोग्या |
415 | जिसके गर्भ में रत्न
हो | रत्नगर्भा |
416 | जो सबको समान रूप से
देखे | समदर्शी |
417 | जो सब जगह व्याप्त
हो। | सर्वव्यापक |
418 | जो रोग एक से दूसरे को
हो | संक्रामक |
419 | जो दो बार जन्म
ले | द्विज |
420 | पिता से प्राप्त
सम्पत्ति आदि | पैतृक |
421 | जो अपनी इच्छा से सेवा
करे | स्वयंसेवक |
422 | गोद ली संतान | दत्तक |
423 | भूगोल से संबंध
रखनेवाला | भौगोलिक |
424 | पृथ्वी से संबंध
रखनेवाला | पार्थिव |
425 | साधारण लोगों में कही
जानेवाली बात | किंवदंती |
426 | किसी कलाकार की
कलापूर्ण रचना | कलाकृति |
427 | लोगों में परंपरा से
चली आई कथा | दन्तकथा |
428 | जिसका नाश अवश्यंभावी
हो | नश्वर |
429 | जो पुराणों से संबंध
रखता हो | पौराणिक |
430 | जो वेदों से संबंध रखता
हो | वैदिक |
431 | जिसका जन्म पसीने से
हो | स्वेदज |
432 | जेर से उत्पन्न
होनेवाला | जरायुज |
433 | विमान चलानेवाला | वैमानिक |
434 | | |
435 | सबके साथ मिलकर गाया
जानेवाला गान | सहगान |
436 | जो सब कालों में एक
समान हो | सार्वकालिक |
437 | जो सम्पूर्ण लोक में
हो | सार्वलैकिक |
438 | जिसका उदाहरण दिया गया
हो | उदाहृत |
439 | जिसका उद्धरण दिया गया
हो | उद्धृत |
440 | जिस स्त्री के सन्तान न
होती हो | बाँझ |
441 | शिव के गण | प्रमथ |
442 | शिव के धनुष | पिनाक |
443 | जहाँ शिव का निवास
है | कैलाश |
444 | इन्द्र का सारथि | मातलि |
445 | इन्द्र का घोड़ा | उच्चैःश्रवा |
446 | इन्द्र का पुत्र | जयन्त |
447 | इन्द्र का बाग | नन्दन |
448 | इन्द्र का हाथी | ऐरावत |
449 | ईश्वर या स्वर्ग का
खजाँची | कुबेर |
450 | मध्य रात्रि का
समय | निशीथ |
451 | लताओं से आच्छादित
रमणीय स्थान | निकुंज |
452 | सीपी, बाँसी, सूकरी,
करी, धरी और नरसल से बनी माला | बैजयन्तीमाला |
453 | मरने के करीब | मुमूर्षु/मरणासन्न |
454 | पर्वत के नीचे की
समभूमि (तराई) | उपत्यका |
455 | जहाँ नाटक का अभिनय
किया जाय | रंगमंच |
456 | जिस सेना में हाथी,
घोड़े, रथी और पैदल हों | चतुरंगिणी |
457 | जो काम कठिन हो | दुष्कर |
458 | दिन में होनेवाला | दैनिक |
459 | | |
460 | किए गए उपकार को
माननेवाला | कृतज्ञ |
461 | किए गए उपकार को न
माननेवाला | कृतघ्न |
462 | जिसका रूप अच्छा
हो | सुरूप |
463 | अच्छा बोलनेवाला | वाग्मी/सुवक्ता |
464 | बुरे मार्ग पर
चलनेवाला | कुमार्गगामी |
465 | जिसका आचरण अच्छा
हो | सदाचारी |
466 | जिसका आचरण अच्छा नहीं
हो | दुराचारी |
467 | जिसमें दया हो | दयालु |
468 | जिसमें दया नहीं
हो | निर्दय |
469 | जो प्रशंसा के योग्य
हो | प्रशंसनीय |
470 | जिसमें कपट न हो | निष्कपट |
471 | जिसमें कोई विकार न आता
हो | निर्विकार |
472 | समान समय में
होनेवाला | समसामयिक |
473 | जो आकाश में विचरण
करे | खेचर |
474 | वह पहाड़ जिससे आग
निकले | ज्वालामुखी |
475 | जो मोह नहीं करता
है | निर्मोही |
476 | जो प्रतिदिन नहाता
हो | नित्यस्नायी |
477 | मोक्ष या मुक्ति की
इच्छा रखनेवाला | मुमुक्षु |
478 | जो राजा/राज्य से द्रोह
करे | राजद्रोही |
479 | किसी का पक्ष
लेनेवाला | पक्षपाती |
480 | इतिहास को
जाननेवाला | इतिहासज्ञ |
481 | पाप करने के अनन्तर
स्वयं दंड पाना | प्रायश्चित |
482 | जिस शब्द के दो अर्थ
हों | श्लिष्ट |
483 | अपना नाम स्वयं
लिखना | हस्ताक्षर |
484 | जो सबको प्रिय हो | सर्वप्रिय |
485 | जो हमेशा बदलता
रहे | परिवर्तनशील |
486 | अपना मतलब
साधनेवाला | स्वार्थी |
487 | कुसंगति के कारण चरित्र
पर दोष | कलंक |
488 | सतो गुण का | सात्त्विक |
489 | रजो गुण का | राजसिक |
490 | तमो गुण का | तामसिक |
491 | | |
492 | नीति को
जाननेवाला | नीतिज्ञ |
493 | महान् व्यक्तियों की
मृत्यु | निधन |
494 | व्यक्तिगत आजादी | स्वतंत्रता |
495 | सामूहिक आजादी | स्वाधीनता |
496 | जिसके आर | पार देखा जा सके |
497 | जिसकी गर्दन सुन्दर
हो | सुग्रीव |
498 | अनुचित बातों के लिए
आग्रह | दुराग्रह |
499 | जो नया आया हुआ
हो | नवागन्तुक |
500 | जो नया जन्म हुआ
हो | नवजात |
501 | जो तुरंत जन्मा
है | सद्यःजात |
502 | जो अच्छे कुल में जन्म
ले | कुलीन |
503 | जो बहुत बोले | वाचाल |
504 | इन्द्रियों को
जीतनेवाला | जितेन्द्रिय |
505 | नींद पर विजय प्राप्त
करनेवाला | गुडाकेश |
506 | जो स्त्री के स्वभाव का
हो | स्त्रैण |
507 | जो क्षमा पाने के लायक
हो | क्षम्य |
508 | जो अत्यन्त कष्ट से
निवारित हो | दुर्निवार |
509 | जो वचन से परे हो | वचनातीत |
510 | जो सरों (तालाब) में
जन्म ले | सरसिज, |
511 | जो मुकदमा लड़ता
हो | मुकदमेबाज |
512 | लौटकर आया हुआ | प्रत्यागत |
513 | जो पहरा देता है | प्रहरी/पहरेदार |
514 | सत्य के लिए
आग्रह | सत्याग्रह |
515 | जो मुकदमा दायर
करे | वादी/मुद्दई |
516 | जो संगीत जानता
हो | संगीतज्ञ |
517 | जो कला जानता हो | कलाविद् |
518 | जो जन्म से अंधा
हो | जन्मान्ध |
519 | जो पोत युद्ध के लिए
हो | युद्धपोत |
520 | जो शत्रु की हत्या
करे | शत्रुघ्न |
521 | जो पिता की हत्या
करे | पितृहंता |
522 | जो माता की हत्या
करे | मातृहन्ता |
523 | जो पत्नी की हत्या
करे | पत्नीहंता |
524 | गृह बसाकर
रहनेवाला | गृहस्थ |
525 | जो विज्ञान जानता
है | वैज्ञानिक |
526 | बिना अंकुश का | निरंकुश |
527 | बिक्री करनेवाला | विक्रेता |
528 | धन देनेवाला | धनद |
529 | प्राण देनेवाली | प्राणदा |
530 | यश देनेवाली | यशोदा |
531 | जो किसी विषय को विशेष
रूप से जाने | विशेषज्ञ |
532 | गगन चूमनेवाला | गगनचुंबी |
533 | जो मन को हर ले | मनोहर |
534 | जो सबसे प्रिय हो | प्रियतम |
535 | याचना करनेवाला | याचक |
536 | जो देखने योग्य
हो | दर्शनीय |
537 | जो पूछने योग्य
हो | प्रष्टव्य |
538 | जो करने योग्य हो | कर्तव्य |
539 | जो सुनने योग्य
हो | पूजनीय |
540 | जो सुनने योग्य
हो | श्रव्य |
541 | जो तर्क द्वारा सम्मत
हो | तर्कसम्मत |
542 | जो पढ़ने योग्य
हो | पठनीय |
543 | जंगल की आग | दावानल |
544 | पेट या जठर की आग | जठरानल |
545 | समुद्र की आग | वडवानाल |
546 | जो राजगद्दी का अधिकारी
हो | युवराज |
547 | रात और संध्या के बीच
की बेला | गोधूलि |
548 | पुत्र की वधू | पुत्रवधू |
549 | पुत्र का पुत्र | पौत्र |
550 | जहाँ खाना (भोजन) मुफ्त
मिले | सदाव्रत |
551 | जहाँ दवा दान स्वरूप
मिले | दातव्य औषधालय |
552 | जो व्याख्या करे | व्याख्याता |
553 | जो पांचाल देश की
हो | पांचाली |
554 | द्रुपद की पुत्री | द्रौपदी |
555 | जो पुरुष लोहे की तरह
बलिष्ठ हो | लौहपुरुष |
556 | युग का निर्माण
करनेवाला | युगनिर्माता |
557 | यात्रा करनेवाला | यात्री |
558 | तेजी से चलने
वाला | द्रुतगामी |
559 | | |
560 | जिसकी बुद्धि झट सोच
ले | प्रत्युत्पन्नमति |
561 | जिसकी बुद्धि कुश के
अग्रभाग में समान हो | कुशाग्रबुद्धि |
562 | वह, जिसकी प्रतिज्ञा
दृढ़ हो | दृढ़ प्रतिज्ञ |
563 | जिसने चित्त किसी विषय
में दिया है | दत्तचित्त |
564 | जिसका तेज निकल गया
है | निस्तेज |
565 | जीतने की इच्छा | जिगीषा |
566 | लाभ की इच्छा/पाने की
इच्छा | लिप्सा |
567 | खाने की इच्छा | बुभुक्षा |
568 | किसी काम में दूसरे से
बढ़ने की इच्छा | स्पर्धा |
569 | जान से मारने की
इच्छा | जिघांसा |
570 | देखने की इच्छा | दिदृक्षा |
571 | करने की इच्छा | चिकीर्षा |
572 | तरने की इच्छा | तितीर्षा |
573 | जीने की इच्छा | जिजीविषा |
574 | मेघ की तरह
गरजनेवाला | मेघनाद |
575 | पीने की इच्छा | पिपासा |
576 | वासुदेव के पिता | वसुदेव |
577 | विष्णु का शंख | पाञ्चजन्य |
578 | विष्णु का चक्र | सुदर्शन |
579 | विष्णु की गदा | कौमोदकी |
580 | विष्णु की तलवार | नन्दक |
581 | विष्णु का मणि | कौस्तुभ |
582 | विष्णु का धनुष | शांर्ग |
583 | विष्णु का सारथि | दारुक |
584 | विष्णु का छोटा
भाई | गद |
585 | शिव की जटाएँ | कपर्द |
586 | इन्द्र का महल | वैजयन्त |
587 | वर्षा सहित तेज
हवा | झंझावात |
588 | कुबेर का बगीचा | चैत्ररथ |
589 | कुबेर का पुत्र | नलकूबर |
590 | कुबेर का विमान | पुष्पक |
591 | अगस्त्य की पत्नी | लोपामुद्रा |
592 | अँधेरी रात | तमिम्रा |
593 | सोलहो कलाओं से युक्त
चाँद | राका |
594 | अशुभ विचार | व्यापाद |
595 | मनोहर गन्ध | परिमल |
596 | दूर से मन को आकर्षित
करनेवाली गंध | निर्हारी |
597 | मुख को सुगंधित
करनेवाला पान | मुखवासन |
598 | कच्चे मांस की
गंध | विम्न |
599 | कमल के समान गहरा लाल
रंग | शोण |
600 | सफेदी लिए हुए लाल
रंग | पाटल |
601 | काला पीला मिला
रंग | कपिश |
602 | दुःख, भय आदि के कारण
उत्पन्न ध्वनि | काकु |
603 | झूठी प्रशंसा
करना | श्लाघा |
604 | वस्त्रों या पत्तों की
रगड़ से उत्पन्न आवाज | मर्मर |
605 | पक्षियों का कलरव | वाशित |
606 | बिना तार की वीणा | कोलंबक |
607 | नाटक का आदरणीय
पात्र | मारिष |
608 | धोखायुक्त बात | चीत |
609 | पानी से उठा हुआ
किनारा | पुलिन |
610 | बालुकामय किनारा | सैकत |
611 | | |
612 | नाव से पार करने योग्य
नदी | नाव्य |
613 | मछली रखने का
पात्र | कुवेणी |
614 | मछली मारने का
काँटा | वडिश |
615 | अंडों से निकली छोटी
मछलियों का समूह | पोताधान |
616 | केंचुए की स्त्री | शिली |
617 | कुएँ की जगत | वीनाह |
618 | तीन प्रहरों वाली
रात | त्रियामा |
619 | वृद्धावस्था से घिरा
हुआ | जराक्रान्त |
620 | खाली या रिक्त
करानेवाला | रिक्तक/रेचक |
621 | सिर पर धारण करने
योग्य | शिरोधार्य |
622 | जिसका दमन करना कठिन
हो | दुर्दम्य |
623 | जिसको लाँघना कठिन
हो | दुर्लध्य |
624 | जो पापरहित हो | निष्पाप |
625 | सब कुछ खानेवाला | सर्वभक्षी |
626 | जो सहज रूप से न पचे
(देर से पचने वाला) | गुरुपाक |
627 | जो दिन में एकबार आहार
करे | एकाहारी |
628 | जो अपने से उत्पन्न हुआ
हो | स्वयंभू |
629 | जो शत्रु की हत्या
करे | शत्रुघ्न |
630 | बहुत | सी भाषाओं को
बोलनेवाला |
631 | बहुत सी भाषाओं को
जाननेवाला | बहुभाषाविद् |
632 | रोंगटे खड़े
करनेवाला | लोमहर्षक |
633 | जिसकी पत्नी साथ नहीं
हो | विपत्नीक |
634 | ‘जिस समय मुश्किल से
भिक्षा भी मिले | दुर्भिक्ष |
635 | हाथ की सफाई | हस्तलाघव |
636 | पके हुए अन्न की
भिक्षा | मधुकरी |
637 | किसी के पास रखी हुई
दूसरे की सम्पत्ति | थाती/न्यास |
638 | पर्दे में रहनेवाली
नारी | पर्दानशीं |
639 | जो विषय विचार में आ
जाय | विचारागम्य |
640 | लम्बी भुजाओं
वाला | दीर्घबाहु |
641 | जिसका घर्षण कठिनता से
हो | दुर्घर्ष |
642 | जिसके दोनों ओर जल
है | दोआव |
643 | वर्षा के जल से
पालित। | देवमातृक |
644 | पृथ्वी को धारण
करनेवाला | महीधर |
645 | जो सम नहीं है, उसे सम
करना | समीकरण |
646 | जिसे मन पवित्र मानता
है | मनःपूत |
647 | अस्तित्वहीन वस्तु का
विश्लेषण | काकदन्तपरीक्षण |
648 | बेरों के जंगल में
जनमा | बादगयण |
649 | केवल वर्षा पर
निर्भर | बारानी |
650 | अधिक रोएँ वाला | लोमश |
651 | द्वीप में जनमा | द्वैपायन |
652 | जिसके सिर पर बाल न
हो | खल्वाट |
653 | जो प्रायः कहा जाता
है | प्रायोवाद |
654 | सोना, चाँदी पर किया
गया रंगीन काम | मीनाकारी |
655 | जिसके सभी दाँत झड़
चुके हों | पोपला |
656 | पूर्णिमा की रात | राका |
657 | अमावस्या की रात | कुहू |
658 | पुत्री का पुत्र | दौहित्र/नाती |
659 | इस्लाम पर विश्वास न
करनेवाला | काफिर |
660 | ईश्वर द्वारा भेजा गया
दूत | पैगम्बर |
661 | कलम की कमाई
खानेवाला | मसिजीवी |
662 | कुएँ के मेढ़क के समान
संकीर्ण बुद्धिवाला | कूपमंडुक |
663 | काला पानी की सजा पाया
कैदी | दामुल कैदी |
664 | किसी काम में दखल
देना | हस्तक्षेप |
665 | गणपति का उपासक | गाणपत्य |
666 | घास खानेवाला | तृणभोजी |
667 | स्थिर रहनेवाली
वस्तु | स्थावर |
668 | छोटी चीज को बड़ी
दिखानेवाला यंत्र | खुर्दबीन |
669 | जवाहर बेचने/परखने
वाला | जौहरी |
670 | जहाँ से गंगा
निकली | गंगोत्री |
671 | जल में रहनेवाली
सेना | नौसेना |
672 | जहाँ किताबें छपती
हैं | छापाखाना |
673 | जहाँ रुपये ढाले जाते
हैं | टकसाल |
674 | जहाँ घोड़े बाँधे जाते
हैं | घुड़साल |
675 | जिसको पूर्व जन्म की
बातें याद हैं | जातिस्मर |
676 | जिसके आधार पर रास्ता
आनंदपूर्ण हो | संबल |
677 | जिसपर चित्र बनाया
जाय | चित्रपट |
678 | जिसके द्वारा चित्र
बनाया जाय | तूलिका |
679 | जिसके नाखून सूप के
समान हो | शूर्पणखा |
680 | जिस नारी की बोली कठोर
हो | कर्कशा |
681 | जिसका आशय महान्
हो | महाशय |
682 | जिसका यौवन क्षत नहीं
हुआ | अक्षत यौवन |
683 | जिसे एक ही सन्तान होकर
रह जाय | काकबन्ध्या |
684 | जिसे जीवन से विराग हो
गया हो | वीतरागी |
685 | जिसकी सृष्टि की गई
हो | बड़भागी |
686 | जिसका भाग्य बड़ा
हो | परीक्षित |
687 | जिसकी परीक्षा ली जा
चुकी हो | विश्वंभर |
688 | जो विश्वभर का भरण | पोषण करे |
689 | जिसकी राह गलत हो | गुमराह |
690 | जो बहुत छोटा न
हो | नातिलघु |
691 | जो प्रकाशयुक्त
हो | भास्वर |
692 | जिसके अंग गल गए हों | प्रत्यंग |
693 | जिसकी इच्छा न की जाती
हो | अनभिलषित |
694 | जिसके दर्शन प्रिय माने
जाएँ | प्रियदर्शन |
514 to 519 tak coloum me upr niche mis type hue hai , plz inhe thik kre
Corrected, Thanks 🙂