यकृत (Liver)

  • मानव के शरीर में मस्तिष्क के बाद यकृत सबसे जटिल और दूसरा सबसे बड़ा अंग हैं।
  • यकृत मानव शरीर का बेहद अहम अंग है।

यकृत के प्रमुख कार्य

  • प्रोटीन पोषण की मात्रा का संतुलन करना
  • संक्रमण और रोग से लड़ना
  • शरीर में रक्त शर्करा को नियमित करना
  • पित्त निकालना (पित्त एक तरल पदार्थ है जो कि पाचन तंत्र में वसा को तोड़ने में मदद करता है)
  • विटामिन B12 का संचय
  • कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना
  • रक्त के थक्के (अधिक मोटा/गाढ़ा करना) के निर्माण में सहायता करना
  • ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलना
  • शरीर से टॉक्सिक (विषाक्त) पदार्थों को निकालना

यकृत/ लीवर से संबंधित रोग

हेपेटाइटिस

  • हेपेटाइटिस शब्द का उपयोग यकृत सूजन (सूजन) के लिए किया जाता हैं।
  • यह वायरल संक्रमण या अल्कोहल जैसे हानिकारक पदार्थों के संपर्क में आने के कारण होता है।
  • हेपेटाइटिस लक्षण रहित और सीमित लक्षणों के साथ हो सकता है, लेकिन इसमें प्राय: पीलिया, अत्यधिक थकान (भूख में कमी) और अस्वस्थता हो सकती है।
  • हेपेटाइटिस दो प्रकार- तीव्र (एक्यूट) और दीर्घकालिक (क्रोनिक) का होता है।

यकृत का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर

  • इसमें मानव शरीर के तंत्रिका तन्त्र, कोशिकाओं और उतकों को नुकसान पहुंचता है तथा लीवर पर असर पड़ता है और उसके कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है।

यकृत में वसा जमना(फैटी लीवर)

  • जब लीवर में वसा या अधिक फैट जमा हो जाता है तो लीवर फैटी हो जाता है।

यकृत/ लीवर फेलियर

  • जब यकृत से सम्बंधित बीमारी लंबे समय से हो और वह ठीक न हुई हो तो यह काम करना बंद कर देता है जिसे लीवर फेलियर कहा जाता है।

यकृत कैंसर

  • यकृत की कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि से यह रोग पैदा होता है।

यकृत/ लीवर सिरोसिस

  • यह रोग शरीर में धीरे-धीरे बढ़ता है,इसमे लीवर सिकुड़ने लगता है और लचीलापन खोकर कठोर हो जाता है।

बीमारियों से बचाने के उपाय

  • स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन।
  • लहसुन, अंगूर, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, सेब और अखरोट आदि का सेवन ।
  • जैतून का तेल का उपयोग करें।
  • नींबू और नीबू का रस तथा हरी चाय पीएं।
  • वैकल्पिक अनाज (मोटा अनाज़, बाजरा और कूटू आदि) के सेवन को प्राथमिकता दें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां भोजन में शामिल करें।
  • आहार में हल्दी का उपयोग करें।
  • नियमित व्यायाम।
  • अल्कोहल, धूम्रपान और ड्रग्स आदि का निषेध। क्योंकि अल्कोहल, धूम्रपान और ड्रग्स आदि यकृत की कोशिकाओं को नष्ट करते हैं।
  • मोटापे के प्रति सावधानी रखना।

विश्व यकृत दिवस (World Liver Day)

  • 19 अप्रैल को प्रत्येक वर्ष विश्व यकृत दिवस मनाया जाता है।
  • यह दिवस यकृत संबंधित रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
  • जीवनशैली और गलत खानपान के कारण लोगों में लिवर से जुड़ी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं जैसे कि पीलिया, फैटी लीवर, लिवर कैंसर आदि।
  • इस दिवस के द्वारा मनुष्य को लीवर के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है।
  • वर्ष 2021 के विश्व यकृत दिवस की थीम ‘अपने लिवर को स्वस्थ और रोगमुक्त रखें’ (Keep your liver healthy and disease-free) है।

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